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कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी ने रविवार को वायनाड के लोगों को लिखे एक भावुक पत्र में कहा कि जब उन्हें रोजाना अपमान का सामना करना पड़ता था, तो उनके (वायनाड के लोगों के) बिना शर्त प्यार ने उनकी रक्षा की। राहुल ने केरल के वायनाड और उत्तर प्रदेश के रायबरेली लोकसभा सीट से जीत हासिल की थी और उन्हें चार जून को आए लोकसभा चुनाव नतीजों के 14 दिनों के भीतर इनमें से एक सीट खाली करनी थी। उन्होंने वायनाड सीट छोड़ दी और उनकी बहन और कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी आगामी उपचुनाव में वहां से चुनाव लड़ेंगी।
राहुल ने पत्र में लिखा है, “मैं आपके लिए अनजान था और फिर भी आपने मुझपर विश्वास किया। आपने मुझे असीम प्रेम और स्नेह से गले लगाया। यह मायने नहीं रखा कि आप किस राजनीतिक दल का समर्थन करते थे, आप किस समुदाय से थे या आप किस धर्म को मानते थे और आप कौन सी भाषा बोलते थे।”
प्रियंका सांसद के तौर पर बेहतरीन काम करेंगी: राहुल
उन्होंने कहा, “जब मैं रोज दुर्व्यवहार का सामना करता था, तो आपके बिना शर्त प्यार ने मेरी रक्षा की। आपने मुझे पनाह दी, आप मेरा घर और मेरा परिवार थे। मुझे एक पल के लिए भी ऐसा महसूस नहीं हुआ कि आपको मुझ पर संदेह है।”
कांग्रेस (Congress) नेता ने कहा कि अगर जनता ने उनकी बहन प्रियंका गांधी (Priyanka Gandhi) को मौका दिया, तो वो वायनाड (Wayanad) का प्रतिनिधित्व करेंगी। राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने विश्वास जताया कि प्रियंका सांसद के तौर पर बेहतरीन काम करेंगी।
नई दिल्ली में नेतृत्व की बैठक के बाद कांग्रेस प्रमुख मल्लिकार्जुन खड़गे ने 17 जून को कहा था कि राहुल उत्तर प्रदेश में रायबरेली लोकसभा सीट अपने पास रखेंगे और वायनाड सीट खाली कर देंगे, जहां से उनकी बहन प्रियंका चुनाव लड़ेंगी।
मैं हमेशा आप सभी के लिए मौजूद रहूंगा: राहुल
राहुल ने रविवार को लिखे अपने पत्र में ये भी कहा कि वो उस ‘‘बहादुरी, खूबसूरती और आत्मविश्वास’’ को नहीं भूल सकते, जिसके साथ लड़कियां हजारों लोगों के सामने उनके भाषणों का अनुवाद करती हैं।
कांग्रेस नेता ने कहा, “आपने मेरे लिए जो किया है, उसके लिए मैं आपको कैसे धन्यवाद दूं, यह मैं नहीं जानता। आपने मुझे उस समय प्यार और सुरक्षा दी, जब मुझे इसकी सबसे ज्यादा जरूरत थी। आप मेरे परिवार का हिस्सा हैं और मैं हमेशा आप सभी के लिए मौजूद रहूंगा।”
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