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अमेरिका की डिफेंस कंपनी लॉकहीड मार्टिन (Lockheed Martin) और टाटा एडवांस्ड सिस्टम्स लिमिटेड ने एयरलिफ्टर प्रोग्राम को लेकर हाथ मिलाया है। दोनों ने C-130J सुपर हरक्यूलस टैक्टिकल एयरलिफ्टर प्रोजेक्ट को लेकर साझेदारी की है। इसका ऐलान 10 सितंबर को हुआ और कुछ हफ्ते पहले रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह अमेरिका के दौरे पर गए थे। राजनाथ सिंह के दौरे पर दोनों देशों के बीच रक्षा संबंध मजबूत करने पर बात बनी थी। C-130J Super Hercules एक टैक्टिकल एयरलिफ्ट एयरक्राफ्ट है। यह C-130 हरक्यूलिस का मौजदा वर्जन है और 22 देशों के 26 ऑपरेटर्स के लिए पसंदीदा एयरलिफ्टर है।
ये है योजनाएं
दोनों कंपनियों के बीच समझौते के तहत एक फ्रेमवर्क बनाया जाएगा जिसके तहत भारतीय वायुसेना के 12 C-130J मौजूदा बेड़े के साथ-साथ पर हर्क्यूलिस फ्लीट के मेंटेनेंस, रिपेयर और ओवरहॉल फैसिलिटी के सेटअप पर भी बात बन सकती है। टाटा एडवांस्ड सिस्टम्स ने कहा कि अगर इसे लेकर अमेरिका और भारत की सरकारों ने मंजूरी दी तो भारत में C-130J की मैनुफैक्चरिंग और असेंबलिंग के विस्तार के साथ-साथ वायुसेना के मीडियम ट्रांसपोर्ट एयरक्राफ्ट प्रोग्राम के लिए विमान बनाने का प्रावधान होगा। अगर मीडियम ट्रांसपोर्ट एयरक्राफ्ट कॉन्ट्रैक्ट लॉकहीड मार्टिन को मिलता है तो यह भारत में अतिरिक्त प्रोडक्शन और एसेंबली कैपेसिटी स्थापित करेगी।
टाटा के लिए इसलिए अहम है साझेदारी
दोनों कंपनियों के बीच साझेदारी का ऐलान इसलिए भी अहम है क्योंकि टाटा एडवांस्ड सिस्टम्स के सीईओ और एमडी सुकर्ण सिंह के मुताबिक इसके जरिए टाटा एडवांस्ड सिस्टम्स ने बड़े एयरक्राफ्ट प्लेटफॉर्म के लिए देश के मेंटेनेंस, रिपेयर एंड ओवरहॉल स्पेस में एंट्री मारी है। वायुसेना की योजना 80 मीडियन ट्रांसपोर्ट एयरक्राफ्ट खरीदने की है और पिछले साल इसने इसके लिए टेंडर निकाला था। लॉकहीड मार्टिन ने इस पर अपना पॉजिटिव रिस्पांस दिखाया था।
लॉकहीड मार्टिन और टाटा एडवांस्ड सिस्टम्स लिमिटेड के बीच टाटा लॉकहीड मार्टिन एयरोस्ट्रक्चर्स लिमिटेड (TLMAL) जॉइंट वेंचर के जरिए लंबी साझेदारी है। TLMAL की स्थापना 2010 में की गई थी और अब तक इसने 220 से अधिक C-130J एंपेनेजेस का निर्माण किया है।
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