‘बिहार को विशेष दर्जा या विशेष पैकेज’ JDU अध्यक्ष संजय कुमार झा का BJP के साथ टकराव से इनकार, पार्टी का जनाधार बढ़ाने पर जोर

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जनता दल यूनाइटेड (JDU) के अध्यक्ष संजय कुमार झा ने बृहस्पतिवार को इन अटकलों को खारिज कर दिया कि बिहार को विशेष दर्जा देने के लिए उनकी पार्टी की तरफ से बनाये जा रहे दबाव से केंद्र की राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) सरकार के साथ टकराव पैदा हो सकता है। पार्टी के कार्यकारी अध्यक्ष बनाये जाने के बाद पहली बार बिहार पहुंचे राज्यसभा सदस्य झा ने विश्वास जताया कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में JDU अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव में अच्छा प्रदर्शन करेगा और दूसरी जगह भी अपना पैर जमाएगा।

न्यूज एजेंसी PTI के मुताबिक, कभी भारतीय जनता पार्टी (BJP) में रहे झा ने कहा, “कई लोगों को उम्मीद है कि पिछले हफ्ते पार्टी की तरफ से पारित किए गए प्रस्ताव को लेकर (केंद्र के साथ) टकराव होने जा रहा है। लेकिन ऐसे लोगों को निराशा होगी।”

बिहार को विशेष दर्जे या विशेष पैकेज मिले

JDU प्रमुख नीतीश कुमार की ओर से झा को पार्टी के कार्यकारी अध्यक्ष पर नियुक्त किए जाने को इस रूप में देखा जा रहा है कि वो अपने वरिष्ठ सहयोगी दल के साथ अच्छा संबंध चाहते हैं।

झा ने कहा, “प्रस्ताव ने ये साफ कर दिया है कि हम मदद चाहते हैं, चाहे वो विशेष दर्जे के रूप में हो या विशेष पैकेज के रूप में। प्रधानमंत्री हमारी चिंताओं के प्रति संवेदनशील हैं। अगले पांच साल में बिहार विकसित राज्यों में शामिल होगा और इसके लिए उसे पर्याप्त केंद्रीय सहायता मिलेगी।”

टाइगर अभी जिंदा है

बिहार के पूर्व मंत्री झा ने बॉलीवुड फिल्म का डायलॉग ‘टाइगर अभी जिंदा है’ भी बोला और इस बात पर जोर दिया कि बुजुर्ग हो चुके मुख्यमंत्री ने हाल के लोकसभा चुनाव में अपनी ताकत साबित की है।

JDU नेता ने कहा, “मीडिया का एक वर्ग कह रहा था कि नीतीश कुमार का दौर खत्म हो गया, वो उनके नेतृत्व को कम करके आंक रहा था, जिसने बिहार की कायापलट की। पहले उसे (बिहार को) शासन की दृष्टि से कठिन राज्य के रूप में देखा जाता था। चुनाव में उन्हें वास्तविकता पता चली।”

JDU ने बिहार में 12 लोकसभा सीट जीती हैं। BJP भी राज्य में इतनी ही सीट पर विजय रही।

तेलुगु देशम पार्टी (TDP) के बाद JDU, NDA में BJP की दूसरी सबसे बड़ी सहयोगी पार्टी के रूप में उभरी है। भाजपा इस चुनाव में अपने बलबूते बहुमत हासिल नहीं कर पाई और वो केंद्र में सरकार बनाने के लिए अपने सहयोगियों पर निर्भर हो गई।

दूसरे राज्यों में जनाधर बढ़ाने की उम्मीद

झा ने कहा, “लोकसभा चुनाव में बिहार में 243 विधानसभा क्षेत्रों में से 177 में NDA (राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन) आगे रहा। नीतीश कुमार के नेतृत्व में गठबंधन को अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव में 2010 के अपने रिकार्ड से बेहतर करने की आस है। साल 2010 में हमने (विधानसभा में) 200 से ज्यादा सीट जीती थी।”

उन्होंने कहा, “इसके अलावा बिहार में नीतीश कुमार के प्रदर्शन को शासन के मॉडल के रूप में पेशकर हम दूसरे राज्यों में अपना जनाधार बढ़ाने की कोशिश करेंगे।”

जद(यू) के कार्यकारी अध्यक्ष ने कहा, ‘‘ हम झारखंड और उत्तर प्रदेश जैसे पड़ोसी राज्यों में तथा दिल्ली एवं पूर्वोत्तर के सुदूर राज्यों में भी विधानसभा चुनाव लड़ना चाहते हैं।’’

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