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दुनिया की दिग्गज सॉफ्टवेयर फर्म माइक्रोसॉफ्ट की भारतीय इकाई माइक्रोसॉफ्ट कॉरपोरेशन (इंडिया) प्राइवेट लिमिटेड ने पुणे के पश्चिमी हिस्से में मौजूदा उपनगरीय इलाके हिंजेवाड़ी में 16.4 एकड़ जमीन खरीदी है। स्क्वायर यार्ड्स (Square Yards) को मिले दस्तावेजों के मुताबिक, इस ट्रांजैक्शन के लिए 520 करोड़ रुपये की रकम चुकाई गई है। दस्तावेजों से पता चला है कि जमीन की बिक्री इंडो ग्लोबल इंफोटेक सिटी एलएलपी ने की है।
पुणे में यह माइक्रोसॉफ्ट इंडिया की दूसरी बड़ी लैंड डील है। इससे पहले कंपनी ने यहां 328 करोड़ रुपये में 25 एकड़ का प्लॉट खरीदा था। कंपनी ने यह प्लॉट पुणे की पिंपरी-चिंचवाड़ सैटेलाइट सिटी इलाके में 2022 में यह जमान खरीदी थी। माइक्रोसॉफ्ट ने जमीन का टुकड़ा फिनोलेक्स इंडस्ट्रीज से खरीदा था। इस प्लॉट पर कंपनी डेटा सेंटर बना रही है।
मनीकंट्रोल ने इस सिलसिले में माइक्रोसॉफ्ट से टिप्पणी के लिए संपर्क कर पूछा है कि हिंजेवाड़ी में खरीदी गई जमीन पर कंपनी क्या करेगी। हालांकि, माइक्रोसॉफ्ट की तरफ से अब तक इसका कोई जवाब नहीं आया है। हिंजेवाड़ी इलाके में ही राजीव गांधी इंफोटेक पार्क मौजूद है, जो पुणे का आईटी सर्विसेज हब और ग्लोबल कैपेबिलिटी सेंटर माना जाता है। यहां कई टेक्नोलॉजी और मैन्युफैक्चरिंग कंपनियां मौजूद हैं।
माइक्रोसॉफ्ट ने इस साल के शुरू में हैदराबाद में 267 करोड़ रकुपेय में 48 एकड़ का प्लॉट खरीदा था। कंपनी का इरादा इस जमीन पर अपने डेटा सेंटर का विस्तार करना है। गूगल और एमेजॉन के साथ मिलकर माइक्रोसॉफ्ट डेटा ‘हाइपरस्केलर’ के तौर पर डेटा के लोकलाइजेशन में अहम भूमिका निभाएगी। ऑपरेशनल और प्लान्ड डेटा सेंटरों के अलावा, माइक्रोसॉफ्ट के पास हैदराबाद, बेंगलुरु और नोएडा के डिवेलपमेंट सेंटरों में तकरीन 23,000 लोग काम कर रहे हैं।
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