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सेबी चेयरपर्सन माधबी पुरी बुच पर कांग्रेस के आरोपों के बारे में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि बुच और उनके पति इन आरोपों का जवाब दे रहे हैं और ऐसे तथ्य पेश कर रहे हैं, जो कांग्रेस पार्टी के आरोपों को गलत साबित करता है। सीतारमण ने न्यूज18 इंडिया के ‘चौपाल’ कार्यक्रम में नेटवर्क18 ग्रुप के एडिटर-इन-चीफ राहुल जोशी से बातचीत में कहा, ‘कई आरोपों का जवाब माधबी पुरी बुच और उनके पति ने दिया है। दोनों खुद को बचाव करते हुए ऐसे तथ्य पेश कर रहे हैं, जो कांग्रेस पार्टी के दावों पोल खोल देता है। लिहाजा, मुझे लगता है कि हमें इस सिलसिले में तथ्यों को ध्यान में रखना होगा।’
यह पूछे जाने पर क्या वह बुच दंपति के जवाबों से संतुष्ट हैं, सीतारमण ने कहा, ‘मैं इस बारे में फैसला नहीं कर सकती।’ बुच और उनके पति धवल बुच ने संयुक्त बयान जारी कर कांग्रेस द्वारा अपने ऊपर लगाए गए आरोपों का सिलसिलेवार तरीके से जवाब दिया है। बुच पर सेबी का होल टाइम मेंबर रहते हुए अपने पूर्व एंप्लॉयर ICICI बैंक से भी सैलरी लेने का आरोप है।
बुच की तरफ से जारी बयान में कहा गया है कि उन्होंने अगोरा एडवाइजरी और अगोरा पार्टनर्स से जुड़ी कोई भी फाइल डील नहीं की। इन एडवाइजरी फरमों में बुच की हिस्सेदारी 99 पर्सेंट थी और 2017 में सेबी से जुड़ने के बाद भी वह रेवन्यू हासिल कर रही थीं। इससे पहले कांग्रेस के मीडिया हेड पवन खेड़ा ने आरोप लगाया था कि 2017 से 2023 के दौरान सेबी चेयरपर्सन् और होल टाइम मेंबर के तौर पर सेबी चेयरपर्सन ने 36.9 करोड़ की लिस्टेड सिक्योरिटीज में ट्रेडिंग की थी।
उनके मुताबिक, सेबी के सदस्यों के हितों के टकराव से जुड़े मार्केट रेगुलेटर के कोड के सेक्शन 6 का उल्लंघन है।
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