'जो गिर गया वो उठ नहीं पाया', भगदड़ की कहानी पीड़ितों की जुबानी

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Hathras Stampede: इस भगदड़ में बचे लोगों ने बताया कि ये घटना ‘सत्संग’ खत्म होने के बाद हुई, जिसे स्वयंभू संत नारायण साकार विश्व हरि, जो खुद को ‘भोले बाबा’ भी कहते हैं, संबोधित कर रहे थे। वो ‘सत्संगों’ में सूट और टाई पहनता है और दावा करता है कि वो पहले पुलिस में था। प्रत्यक्षदर्शियों ने कहा कि भगदड़ तब हुई जब लोग ‘भोले बाबा’ के चरणों की ‘रज’ (धूल) लेने के लिए उनके पीछे दौड़े

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