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कांग्रेस नेता राहुल गांधी सोमवार को असम के बाढ़ पीड़ितों से मुलाकात करेंगे। पार्टी नेताओं ने यह जानकारी दी। राहुल हिंसा प्रभावित मणिपुर जाते समय सुबह असम के कछार जिले के सिलचर में कुंभीग्राम एयरपोर्ट पर पहुंचेंगे। प्रदेश कांग्रेस के एक प्रवक्ता ने बताया, “हवाई अड्डे से राहुल गांधी लखीपुर में बाढ़ राहत शिविर जाएंगे और वहां शरण लिए हुए लोगों से बातचीत करेंगे।” उन्होंने बताया कि ये कैंप उस रूट पर है, जिससे गांधी मणिपुर के जिरिबाम जिले में जाएंगे।
असम के 28 जिलों में करीब 22.74 लाख लोग बाढ़ से प्रभावित हुए हैं। राज्य में इस साल बाढ़, भूस्खलन और तूफान में कुल 78 लोगों की मौत हो चुकी है।
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष गांधी जिरिबाम से सिलचर हवाई अड्डे पर लौटेंगे और मणिपुर दौरे के अगले चरण के लिए इंफाल के लिए उड़ान भरेंगे। लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष बनने के बाद यह राहुल गांधी की पूर्वोत्तर की पहली यात्रा होगी।
असम में बाढ़ की स्थिति गंभीर आठ और लोगों की मौत
वहीं असम में बाढ़ की स्थिति लगातार गंभीर बनी हुई है, जिसके चलते रविवार को आठ और लोगों की मौत हो गई। एक आधिकारिक बुलेटिन में यह जानकारी दी गई। असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (ASDMA) के बुलेटिन में कहा गया कि धुबरी और नलबाड़ी में दो-दो, कछार, गोलपाड़ा, धेमाजी तथा शिवसागर में एक-एक व्यक्ति की मौत की जानकारी मिली है।
इसके साथ ही इस साल बाढ़, भूस्खलन और तूफान से मरने वालों की संख्या बढ़कर 78 हो गई है।
न्यूज एजेंसी PTI के मुताबिक, अधिकारियों ने कहा कि कुल मिलाकर 28 जिलों के 22,74,289 लोग बाढ़ से प्रभावित हुए हैं और 7,54,791 प्रभावित लोगों के साथ धुबरी में स्थिति सबसे ज्यादा गंभीर है।
269 राहत शिविरों में 53,689 लोग
राज्य में 269 राहत शिविरों में 53,689 लोगों ने आश्रय ले रखा है। ब्रह्मपुत्र नदी नेमाटीघाट, तेजपुर और धुबरी में खतरे के निशान से ऊपर बह रही है।
खोवांग में बुरहीडीहिंग नदी, शिवसागर में दिखौ, नंगलामुराघाट में दिसांग, नुमालीगढ़ में धनसिरी, धरमतुल में कोपिली, बारपेटा में बेकी, गोलकगंज में संकोश, बीपी घाट में बराक और करीमगंज में कुशियारा नदी खतरे के निशान को पार कर गई हैं।
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