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संसद का बजट सत्र 22 जुलाई को शुरू हो रहा है। 23 जुलाई को वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण यूनियन बजट पेश करेंगी। लोगों की नजरें वित्तमंत्री के भाषण पर होंगी। निर्मला सीतारमण लंबे बजट भाषण के लिए जानी जाती हैं। इस बार बजट पेश करने के बाद वित्तमंत्री का नाम एक अनोखा रिकॉर्ड दर्ज हो जाएगा। वह लगातार 7 बार यूनियन बजट पेश करने वाली देश की पहली वित्तमंत्री बन जाएंगी। अभी सबसे ज्यादा छह बार बजट पेश करने का रिकॉर्ड सीतारमण के अलावा पूर्व प्रधानमंत्री मरोरजी देसाई के नाम है।
वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण 23 जुलाई को लोकसभा में दिन के 11 बजे बजट पेश कर देंगी। इसके साथ ही उनका बजट भाषण शुरू हो जाएगा। पिछले कुछ सालों में उनके बजट भाषण में लगा समय अलग-अलग रहा है। यह 90 मिनट से लेकर 120 मिनट के बीच रहा है। हालांकि, सबसे लंबा बजट भाषण देने का रिकॉर्ड उनके नाम है। उन्होंने 2020 में जो भाषण दिया था, वह अब तक का सबसे लंबा समय भाषण है। यह 2 घंटे 40 मिनट तक चला था।
यह दिलचस्प है कि 160 मिनट तक भाषण देने के बाद भी वह पूरा नहीं हो सका था। वित्तमंत्री आखिर के 2 पेज नहीं पढ़ सकी थी। इस साल 1 फरवरी को वित्तमंत्री ने अंतरिम बजट पेश किया था। यह लगातार उनका छठा यूनियन बजट था। तब उनका बजट भाषण 56 मिनट तक चला था। 2019 में उनका बजट भाषण 2 घंटे 17 मिनट का था। 2021 में उनका बजट भाषण एक घंटे 50 मिनट का था। 2022 में यह 92 मिनट का था। पिछले साल यानी 2023 निर्मला सीतारमण का बजट भाषण 87 मिनट्स का था।
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यह ध्यान में रखने वाली बात है कि शब्दों के लिहाज से सबसे लंबे बजट भाषण का रिकॉर्ड पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के नाम दर्ज है। यह 18,650 शब्दों का था। सबसे छोटे बजट भाषण का रिकॉर्ड एचएम पटेल के नाम है। यह अंतरिम बजट था, जिसे पटेल ने 1977 में पेश किया था। यह बजट भाषण सिर्प 800 शब्दों का था। एक्सपर्ट्स का कहना है कि वित्तमंत्री का बजट भाषण बहुत बारीकी से तैयार किया जाता है। इसमें उन बातों को शामिल किया जाता है, जिनसे सरकार के बजट के फोकस एरिया का पता चलता है।
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