एडवांस इंफॉर्मेशन का इस्तेमाल कर मुनाफा कमाने वाले ट्रेडर्स पर SEBI ने कसा शिकंजा

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मार्केट रेगुलेटर सेबी (SEBI) ने हाल में उन ऑप्शंस ट्रेडर्स के खिलाफ छापेमारी की कार्रवाई की है, जिन्होंने कुछ बैंकों और नॉन-बैंकिंग फाइनेंस कंपनियों पर रेगुलेटरी कार्रवाई की एडवांस जानकारी का इस्तेमाल कर मुनाफा कमाया। मामले से वाकिफ सूत्रों ने यह जानकारी दी है। सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया (सेबी) के अधिकारी जुलाई के शुरू में तकरीबन 10 ट्रे़डर्स के घरों पर गए, जो रेगुलेटरी कार्रवाई से ठीक पहले ऑप्शंस के जरिेय स्टॉक की छंटनी कर रहे थे। ऐसे एक मामले में एक ट्रेडर्स के ऑफिस में छापेमारी की कार्रवाई भी की गई।

सेबी के अधिकारियों ने जून में इस मामले में जांच शुरू की थी। जांच के दौरान सेबी ने उन ट्रेडिंग गतिविधियों का विश्लेषण किया, जो कुछ बैंकों और नॉन-बैंकिंग फाइनेंस कंपनियों पर रिजर्व बैंक की कार्रवाई के आसपास की गई थीं। सेबी अधिकारियों ने पाया कि कुछ ट्रेडर्स रेगुलटरी कार्रवाई के ऐलान से पहले इन इकाइयों (बैंक और नॉन-बैंकिंग फाइनेंस कंपनियां) के स्टॉक को लेकर सक्रिय थे।

मामले से वाकिफ सूत्रों ने मनीकंट्रोल को बताया कि इन ट्रेडर्स ने ऐसी इकाइयों से जुड़े कई ट्रांजैक्शन किए। हालांकि, हर मामले में प्रॉफिट बहुत ज्यादा नहीं था, लेकिन अधिकतम मुनाफा 1 करोड़ रुपये रहा। सेबी की जांच का दायरा इस बात पर केंद्रित था कि क्या इन ट्रेडर्स के पास कीमतों को लेकर संवेदनशील जानकारी थी। सेबी ने इस सिलसिल में भेजे गए सवालों पर कोई जवाब नहीं दिया।

कानूनी जानकारों का कहना है कि छापेमारी और जब्ती की कार्रवाई स्टैंडर्ड एनक्वायरी से ज्यादा गंभीर मामला है और सेबी इस मामले में और सख्त कार्रवाई कर सकता है।

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