अब तक 66% टैक्सपेयर्स ने रिटर्न भरने में नई टैक्स रिजीम का विकल्प चुना: CBDT – 66 percent taxpayers opted for new itr filing regime in current season says cbdt chairman

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ITR filing: सेंट्रल बोर्ड ऑफ डायरेक्ट टैक्सेज (CBDT) के चेयरमैन रवि अग्रवाल का कहना है कि मौजूदा सीजन में अब तक 66% टैक्सपेयर्स इनकम टैक्स रिटर्न भरने में नई रिजीम का इस्तेमाल कर चुके हैं। उनके मुताबिक, अब तक कुल 4 करोड़ टैक्सपेयर्स इनकम टैक्स रिटर्न भर चुके हैं। बजट के बाद एक इंटरव्यू में उन्होंने बताया कि सरकार और डायरेक्ट टैक्स एडमिनिस्ट्रेशन का फोकस टैक्स प्रोसेस को आसान बनाने पर है, जिसमें रिटर्न फाइल करने और इनकम टैक्स डिपार्टमेंट से जुड़े अन्य कार्य भी शामिल हैं।

उन्होंने कहा, ‘सरकार का मानना है कि इसे जितना आसान बनाया जाएगा, लोगों के लिए इसके कंप्लायंस में उतनी ही सहूलियत होगी। यह इस तथ्य से भी पता चलता है कि 23 जुलाई तक भरे गए रिटर्न की संख्या पिछले साल की इसी अवधि के मुकाबले काफी ज्यादा है।’ पिछले साल 4 करोड़ रिटर्न फाइलिंग का आंकड़ा 25 जुलाई को पार कर गया था, जबकि इस 22 जुलाई की रात को यह टारगेट पूरा हो गया।

अग्रवाल ने कहा, ‘हमें उम्मीद है कि आने वाले समय में हमें नई रिजीम के तहत ITR भरने वाले की संख्या में और बढ़ोतरी देखने को मिलेगी।’ CBDT प्रमुख ने बताया कि पिछली बार 31 जुलाई तक 7.5 करोड़ रिटर्न भरे गए थे। एसेसटमेंट ईयर 2024-25 के लिए भी कई कैटेगरी में रिटर्न फाइलिंग का मौजदा सीजन 31 जुलाई को खत्म हो जाएगा, जिनकी ऑडिटिंग नहीं होनी है।

CBDT चीफ ने कहा कि टैक्सपेयर्स को अब रिटर्न भरते वक्त कई सारी सूचनाएं ऑटोमैटिक तरीके से हासिल हो रही हैं और इसका मतलब है कि टैक्सपेयर को ज्यादा सूचनाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं। उन्होंने कहा, ‘लिहाजा हमें उम्मीद है कि प्रोसेस को आसान बनाए जाने से ज्यादा कंप्लायंस होगा।’

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने अपने बजट भाषण में नई टैक्स रिजीम के तहत स्टैंडर्ड डिडक्शन को 50,000 रुपये से बढ़ाकर 75,000 कर दिया है। इसके अलावा, नई रिजीम के तहत कुछ और रियायतों का ऐलान किया गया है।

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