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मार्केट रेगुलेटर सेबी नियमों के उल्लंघन के मामले में दिल्ली के मर्चेंट बैंकर कॉरपोरेट कैपिटल वेंचर्स लिमिटेड पर शिकंजा कस सकता है। इस मर्चेंट बैंकर ने कुछ SME से जुड़े IPO को मैनेज किया है। सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया (सेबी) पहले ही इस मर्चेंट इकाई को नोटिस भेज चुका है। इस नोटिस में कुछ अन्य इकाइयों के साथ मर्चेंट बैंकिंग फर्म के दो डायरेक्टरों- कुलभूषण पाराशर और हरप्रीत कौर का भी नाम है।
मनीकंट्रोल ने इस नोटिस की कॉपी भी देखी है। मामले से वाकिफ सूत्रों ने बताया कि सेबी को एक अनाम शख्स से शिकायत मिलने के आधार पर यह जांच शुरू हुई, जिसमें आरोप लगाया गया था कि कुलभूषण पाराशर ने पब्लिक इश्यू जारी होने से पहले अपने रिश्तेदारों के जरिये कंपनियों में शेयर खरीदे। मार्केट रेगुलेटर ने अगस्त 2022 से जून 2024 के दौरान फर्म के ऑपरेशंस और इसके डायरेक्टरों की गतिविधियों की जांच के आदेश दिए हैं।
इस अवधि में कॉरपोरेट कैपिटल वेंचर्स ने 6 SME IPO- ओरियाना पावर, अन्नपूर्णा स्वादिष्ट, द्रोणाचार्य एरियल इनोवेशंस, क्रेएंस एडवर्टाइजिंग, क्रिएटिव ग्राफिक्स सॉल्यूशंस इंडिया और रॉकिंग डील्स सर्कुल इकोनॉमी के लिए मर्चेंट बैंकर की भूमिका निभाई। जांच पूरी होने के बाद रेगुलेटर ने 19 जून को अपने एक ऑफिसर को ‘मनोनीत अथॉरिटी’ नियुक्त किया था और 23 जुलाई को कंपनी और उसके डायरेक्टरों को नोटिस भेजा गया। नोटि में कुलभूषण पाराशर, जगदीश प्रसाद शर्मा, यूनिजोन फिनटेक प्राइवेट लिमिटेड और सीमा सौताल का नाम भी शामिल था।
सेबी को मिली शिकायत के मुताबिक, कुलभूषण पाराशर के रिश्तेदारों को प्राइवेट प्लेसमेंट के आधार पर 25,000 इक्विटी शेयर और 25,000 बोनस शेयर आवंटित किए गए। यह आवंटन जगदीश कुमार प्रसाद को किया गया और रॉकिंगडील्स के IPO प्रॉस्पेक्ट्स में प्रसाद को कुलभूषण पाराशर का नजदीकी रिश्तेदार बताया गया है। हालांकि, मर्चेंट बैंकिंग इकाई ने इस बात से इनकार किया है कि उसे सेबी का नोटिस मिला है।
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