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अमेरिकी बाजार में 1 अगस्त को बड़ी गिरावट आई। मार्केट के तीनों प्रमुख सूचकांक 1.31 फीसदी से लकर 2.29 फीसदी तक गिर गए। अमेरिकी इकोनॉमी की सेहत को लेकर सवाल उठे हैं। यूएस फैक्ट्री डेटा उम्मीद से कमजोर रहा है। इससे अमेरिकी इकोनॉमी में कमजोरी के संकेत मिले हैं। इधर, मध्यपूर्व में जियोपॉलिटिकल टेंशन बढ़ा है। इसका असर भी मार्केट के सेंटिमेंट पर पड़ा है। वॉल स्ट्रीट का वीआईएक्स 1 अगस्त को 19.48 पर पहुंच गया। हालांकि, यह 18.59 पर बंद हुआ। यह अप्रैल के बाद वीआईएक्स का सबसे हाई लेवल है। वीआईएक्स स्टॉक मार्केट के सेंटिमेंट का संकेत देता है। इसके बढ़ने का मतलब है कि मार्केट में डर का माहौल है। इसके गिरने का मतलब यह है कि मार्केट का सेंटीमेंट मजबूत है।
S&P 500 जुलाई के पीक से 4% गिर चुका
1 अगस्त को Dow Jones 1.31 फीसदी गिरकर बंद हुआ। Nasdaq में 2.29 फीसदी और S&P 500 में 1.36 फीसदी की गिरावट आई। अमेरिकी मार्केट का वीआईएक्स (Cboe Volatility Index) इस साल औसत 13.96 रहा है। इकोनॉमिक ग्रोथ और कंपनियों की कमाई को लेकर निवेशकों की चिंता से वीआईएक्स बढ़ रहा है। S&P 500 16 जुलाई को अपने ऑल-टाइम हाई से करीब 4 फीसदी गिर चुका है।
अमेरिकी मार्केट में जारी रह सकती है गिरावट
1 अगस्त को करीब 15 लाख वीआईएक्स ऑप्शन में ट्रेड हुआ। यह औसत डेली वॉल्यूम का करीब दोगुना है। इससे यह संकेत मिलता है कि अमेरिकी मार्केट में डर का माहौल है। वीवीआईएक्स भी 16.93 प्वाइंट्स बढ़कर 111.18 पर पहुंच गया है। यह वीआईएक्स में संभावित उतारचढ़ाव का संकेत देता है। इससे पता चलता है कि आने वाले दिनों में मार्केट में बड़ा उतारचढ़ाव दिख सकता है।
इंडियन मार्केट में भी बड़ी गिरावट
इधर, 2 अगस्त को इंडियन मार्केट पर अमेरिकी बाजारों में गिरावट का असर दिखा। सुबह बाजार के प्रमुख सूचकांक लाल निशान में खुले। उसके बाद बाजार में बिकवाली का दबाव दिखा। दिन में 11:11 बजे सेंसेक्स 0.86 फीसदी यानी 706 अंक गिरकर 81,165 पर था। निफ्टी 0.87 फीसदी लुढ़ककर 24,794 अंक पर था।
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