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Ather Energy: इलेक्ट्रिक व्हीकल मैन्युफैक्चरिंग कंपनी एथर एनर्जी ने भले ही मार्केट रेगुलेटर के पास अपना रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्ट्स सौंप दिया है, लेकिन जानकारों की राय में इसका डेटा आकर्षक नजर नहीं आता। एथर के DRHP के मुताबिक, इलेक्ट्रिक व्हीकल कंपनी की रेवेन्यू ग्रोथ फ्लैट रही है और यह अभी भी नुकसान में है। वित्त वर्ष 2024 में कंपनी का नुकसान 1,000 करोड़ रुपये को पार कर गया। एनालिस्ट्स का मानना है कि इसका छोटा मार्केट शेयर निवेशकों के लिए चिंता की बात हो सकता है।
एथर के पास फिलहाल 12 पर्सेंट मार्केट शेयर है। ओला इलेक्ट्रिक (Ola Electric), टीवीएस मोटर (TVS Motor) और बजाज ऑटो (Bajaj Auto) का मार्केट शेयर एथर के मुकाबले काफी ज्यादा है। एथर एनर्जी के DRHP के मुताबिक, पिछले एक साल में ओला इलेक्ट्रिक का मार्केट शेयर काफी बढ़ा है। वित्त वर्ष 2023 में ओला का मार्केट शेयर 21 पर्सेंट था, जो वित्त वर्ष 2024 में बढ़कर 35 पर्सेंट हो गया। मार्च में कंपनी की रिकॉर्ड मंथली वॉल्यूम (53,000 यूनिट्स) भी रही।
रेवन्यू के लिहाज से वित्त वर्ष 2024 में इन कंपनियों में बजाज ऑटो टॉप पर रही। कंपनी का रेवन्यू 44,870.4 करोड़ रुपये रहा। इसके बाद टीवीएस मोटर (39,144.7 करोड़ रुपये) और हीरो मोटोकॉर्प (37,788.6 करोड़ रुपये) थीं। बहरहाल, 2024 में एथर का रेवेन्यू सालाना आधार पर 1.5 पर्सेंट की गिरावट के साथ 1,754 करोड़ रुपये रहा। दूसरी तरफ, इस दौरान टैक्स से पहले कंपनी का नुकसान 24.7 पर्सेंट बढ़कर 1,060 करोड़ रुपये रहा, जबकि 2023 में यह आंकड़ा 865 करोड़ रुपये था और 2022 में 344 करोड़ रुपये था।
31 मार्च 2024 के मुताबिक, कंपनी के पास कुल 1,14,000 कस्टमर्स थे, जो मार्च 2022 के मुकाबले 23,000 ज्यादा हैं। HDFC सिक्योरिटीज में रिटेल रिसर्च के हेड दीपक जसानी के मुताबिक, इस सेक्टर में जबरदस्त कॉम्पिटिशन कंपनी के नुकसान में बढ़ोतरी की प्रमुख वजह है। उन्होंने बताया, ‘यह निवेशकों के लिए चिंता की बात है।’ जसानी का कहना था कि यह मुमकिन है कि आने वाले समय में इलेक्ट्रिक व्हीकल स्पेस में कुछ खिलाड़ी है बचे रहें।
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