Bangladesh Crisis: नमाज के दौरान बंद करें पूजा-अर्चना! बांग्लादेश में हिंदुओं के लिए तालिबानी आदेश जारी – bangladesh muhammad yunus govt asks hindus to pause durga puja worship activities during namaz and azaan

[ad_1]

Bangladesh Crisis: बांग्लादेश में नवगठित अंतरिम सरकार ने हिंदू समुदाय से अजान और नमाज के दौरान दुर्गा पूजा से जुड़ी गतिविधियों को रोकने को कहा है। बांग्लादेश में मोहम्मद यूनुस के नेतृत्व वाली अंतरिम सरकार में गृह मंत्रालय ने 10 सितंबर को यह तालिबानी फरमान जारी किया। दुर्गा पूजा उत्सव 9 अक्टूबर से 13 अक्टूबर तक मनाया जाएगा। रिपोर्ट के मुताबिक, अजान और नमाज से पांच मिनट पहले दुर्गा पूजा से जुड़े अनुष्ठान और साउंड सिस्टम बंद करने का आदेश दिया गया है। इस आदेश से हिंदू समुदाय में काफी नाराज हैं। बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के आदेश की तुलना वहां के हिंदू तालिबानी फरमान से कर रहे हैं।

गृह मामलों के सलाहकार लेफ्टिनेंट जनरल (रिटायर्ड) मोहम्मद जहांगीर आलम चौधरी ने कहा कि पूजा समितियों से संगीत और साउंड सिस्टम बंद रखने को कहा गया है। वे इस पर सहमत हो गए हैं। ‘द टाइम्स ऑफ इंडिया’ ने मंगलवार को चौधरी के हवाले से कहा, “नमाज के दौरान ऐसी गतिविधियों को बंद करने की जरूरत है। अजान से पांच मिनट पहले से ही रोक लगानी होगी।”

32,666 पूजा मंडप बनाए जाएंगे

उन्होंने देश में हिंदू समुदाय के सबसे बड़े धार्मिक त्योहार दुर्गा पूजा से पहले कानून और व्यवस्था की स्थिति पर एक बैठक के बाद यह घोषणा की। चौधरी ने यह भी कहा कि इस साल पूरे देश में कुल 32,666 पूजा मंडप बनाए जाएंगे। ‘ढाका ट्रिब्यून’ की रिपोर्ट के अनुसार, इनमें से 157 मंडप ढाका साउथ सिटी में और 88 नॉर्थ सिटी कॉरपोरेशन में होंगे।

पिछले साल पूजा मंडपों की संख्या 33,431 थी। उन्होंने बताया कि इस साल यह संख्या और बढ़ जाएगी। चौधरी ने मूर्तियों के निर्माण के समय से ही त्योहार के दौरान सुरक्षा का आश्वासन भी दिया। ‘ढाका ट्रिब्यून’ ने उनके हवाले से कहा, “हमने इस बात पर चर्चा की है कि पूजा मंडपों में चौबीसों घंटे सुरक्षा कैसे सुनिश्चित की जाए। पूजा को बिना किसी बाधा के मनाने और बदमाशों की बुरी गतिविधियों को रोकने के लिए उपाय किए जाएंगे।”

मोहम्मद यूनुस ने सांप्रदायिक सद्भाव का किया आह्वान 

इस बीच, राष्ट्र के नाम संबोधन में बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के मुख्य सलाहकार मोहम्मद यूनुस ने देश में सांप्रदायिक सद्भाव का आह्वान किया। टाइम्स ऑफ इंडिया ने उनके हवाले से कहा, “हम सांप्रदायिक सद्भाव वाले देश हैं। कोई भी ऐसा काम नहीं करेगा जिससे धार्मिक सद्भाव खराब हो। किसी को भी कानून अपने हाथ में नहीं लेना चाहिए। अगर कोई कानून अपने हाथ में लेकर समाज में अराजकता का माहौल पैदा करता है, तो हम उसे सजा जरूर दिलवाएंगे।”

ये भी पढ़ें- Central Vs Supreme Court: केंद्र ने सुप्रीम कोर्ट से की खनिज रॉयल्टी और टैक्स पर फैसले की समीक्षा की मांग, बताई ये वजह

[ad_2]

Source link

Leave a Comment