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Boardroom : पहली तिमाही में JSW इंफ्रास्ट्रक्चर के नतीजे सुस्त रहे हैं। कंपनी के मुनाफे और मार्जिन पर दबाव रहा है, हालांकि आय में 15 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है। लेकिन मुनाफे में 8 फीसदी से ज्यादा की कमी आई है। EBITDA 6 फीसदी घटकर 506.3 करोड़ रुपए पर रहा है। ये पिछले साल की समान अवधि में 538.4 करोड़ रुपए पर रहा था। वहीं, EBITDA मार्जिन 61.3 फीसदी से घट कर 50.2 फीसदी पर रही है। कंपनी के नतीजों पर खास चर्चा के लिए सीएनबीसी-आवाज़ के साथ जुड़े कंपनी के CFO ललित सिंघवी।
पहली तिमाही के नतीजों की खास बात क्या रही? डोल्वी प्लांट (Dolvi plant) मेंटेनेंस का वॉल्यूम पर क्या असर पड़ा ?
ललित सिंघवी ने बताया कि पहली तिमाही में कार्गो की ग्रोथ 9 फीसदी रही है। ऑपरेशनल रेवेन्यू ग्रोथ 15 फीसदी रही है। थर्ड पार्टी कार्गो ग्रोथ 48 फीसदी रही है। डोल्वी प्लांट शटडाउन से कार्गो ग्रुप में ग्रोथ कम रही है।
आगे मार्जिन कैसे रह सकते हैं , क्या इसमें सुधार की उम्मीद है?
इसका जवाब देते हुए ललित सिंघवी ने बताया कि डोल्वी प्लांट शटडाउन से मार्जिन अनुमान से कम रहे हैं। डोल्वी प्लांट शुरू होने से आगे मार्जिन में सुधार संभव है। 2 नए अधिग्रहण किए पोर्ट पूरी क्षमता पर काम कर रहे हैं।
नवकार कॉर्प के अधिग्रहण की क्या वजहें रही हैं, और इसका इंटीग्रेशन कब तक पूरा हो सकता है?
इस सवाल पर ललित सिंघवी ने कहा कि नवकार कॉर्प का अधिग्रहण अच्छी डील साबित होगी। नवकार के एसेट्स और लोकेशन काफी अच्छे हैं। नवकार का पनवेल में 143 एकड़ में प्लांट है। नवकार ने हाल ही में मोरबी प्लांट शुरू किया है। मोरबी प्लांट का यूटिलाइजेशन अच्छा रहेगा।
क्या नवकार कॉर्प अलग से लिस्टेड कंपनी रहेगी?
इस पर ललित सिंघवी ने कहा कि नवकार कॉर्प अभी अलग कंपनी ही रहेगी। इंटिग्रेशन के बाद लिस्टिंग पर फैसला लेंगे। लॉजिस्टिक का नेटवर्क और प्लेटफॉर्म बनाने पर जोर होगा। लॉजिस्टिक में कुछ और एसेट्स खरीदने पर विचार किया जा रहा है।
FY25 के लिए क्या गाइडेंस है, क्या किसी और अधिग्रहण की योजना है?
इसके जवाब में ललित सिंघवी ने बताया कि वित्त वर्ष 2025 के लिए 10-12% ग्रोथ का गाइडेंस दिया गया है। IPO के बाद 3 कंपनियों का अधिग्रहण किया गया है। नए अधिग्रहण के इंटिग्रेशन के बाद काफी फायदा होगा। ओडिशा में निर्माणाधिन पोर्ट का अधिग्रहण किया गया है। JSW स्टील से पोर्ट का अधिग्रहण किया गया है। ओडिशा पोर्ट की लागत 4000 करोड़ रुपए होगी। अगले ढाई साल में प्रोजेक्ट पूरा होने की उम्मीद है।
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