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भगवान गणेश तमाम विघ्नों को दूर करते हैं। इसीलिए हर शुभ काम से पहले उनका स्मरण करना अच्छा माना जाता है। उनकी पूजा और ध्यान से बल, बुद्धि और समृद्धि आती है। देशभर में खासकर महाराष्ट्र में गणेश चतुर्थी धूमधाम से मनाई जाती है। इस पावन मौके पर फाइनेंशियल प्लानिंग में भगवान गणेश से प्रेरणा लेकर 5 बातों पर अमल करने से कभी आपको पैसे की कमी नहीं होगी। आइए इनके बारे में विस्तार से जानते हैं।
निवेश की जल्द शुरुआत करें
भगवान गणेश की कृपा उन भक्तों पर हमेशा बनी रहती है जो वक्त पर अपना काम शुरू करते हैं और अनुशासन बनाए रखते हैं। यह बात पर्सनल फाइनेंस के मामलों में भी लागू होती है। आपको अपनी रिटायरमेंट प्लानिंग जितनी जल्द हो शुरू कर देना चाहिए। फिर, उस पर अमल करने में अनुशासन बनाए रखना चाहिए। जल्द शुरुआत करने से निवेश के लिए लंबा वक्त मिल जाता है। इससे निवेश पर कपाउंडिंग का फायदा मिलता है, जिससे बहुत अच्छा रिटर्न हासिल होता है।
जो बीत गई उसे भूल जाएं
भगवान गणेश भक्त को बुद्धि प्रदान करते हैं। बुद्धि कहती है कि हमें पिछली बातों पर ध्यान नहीं देना चाहिए। निवेश के मामले में इसका मतलब है कि किसी इनवेस्टमेंट प्रोडक्ट के पिछले रिटर्न को फैसले लेने का आधार नहीं बनाए। कई लोग किसी प्रोडक्ट के पिछले रिटर्न को देख उसमें निवेश का फैसला लेते हैं। लेकिन, बाद में उन्हें अफसोस होता है। शेयर, गोल्ड से लेकर हर इनवेस्टमेंट प्रोडक्ट का रिटर्न उसके पिछले रिटर्न से अलग हो सकता है। इसलिए रिटर्न के मामले में व्यावहारिक अनुमान लगाए और सुरक्षित प्रोडक्ट में निवेश करें।
एक्सपर्ट की मदद लें
भक्त हर काम से पहले भगवान गणेश का स्मरण करते हैं। इसी तरह अगर निवेश के मामले में आपको किसी तरह की उलझन महसूस होती है तो इसमें एक्सपर्ट से सलाह लेने में कोई खराबी नहीं है। इससे आप गलत जगह निवेश करने से बच जाएंगे। कई लोग दूसरों को देख निवेश का फैसला लेते हैं, जिससे उन्हें बाद में पछताना पड़ता है। निवेश के फैसले हर व्यक्ति की जरूरत और स्थिति को ध्यान में रख लिया जाना चाहिए।
निवेश में लालच से बचें
भगवान गणेश का भक्त हमेशा धैर्य रखता है। निवेश में भी धैर्य रखने की जरूरत है। कभी कम समय में ज्यादा रिटर्न के पीछे नहीं भागें। कई लोग ज्यादा रिटर्न के लालच में फर्जी स्कीमों के जाल में फंस जाते हैं। इससे उनकी मेहनत की कमाई डूब जाती है। इसलिए निवेश के मामले में कभी लालच नहीं करें। हर इनवेस्टमेंट प्रोडक्ट को ठीक तरह से समझ लें। फिर अपनी जरूरत के हिसाब से फैसला लें।
अनिश्चितता जीवन का हिस्सा है
यह जीवन अनिश्चितताओं से भरा है। स्वास्थ से लेकर रुपयेपैसे के मामलों में कभी भी ऐसी स्थिति आ जाती है, जिसकी उम्मीद हमें नहीं होती। इस अनिश्चितता का सामना करने के लिए हमें तैयार होना चाहिए। इसके लिए हमेशा एक इमर्जेंसी फंड रखें। इससे अचानक आने वाली बाधाओं का सामना करने में आपको दिक्कत का सामना नहीं करना पड़ेगा। आपको दूसरों से कर्ज लेने की जरूरत भी नहीं पड़ेगी।
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