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Google or SearchGPT: अगर इंटरनेट पर कुछ सर्च करना होता है तो अधिकतर लोगों का पहला ध्यान गूगल पर जाता है लेकिन अब एक और विकल्प आने वाला है, सर्चजीपीटी का। ओपनएआई (OpenAI) ने गुरुवार (अमेरिकी समयानुसार) को इसके एक प्रोटोटाइप का ऐलान किया जिसका लक्ष्य यूजर्स को स्रोत के साथ फटाफट स्पष्ट और सटीक जानकारी देना है। कंपनी का कहना है कि अभी इसका कुछ यूजर परीक्षण कर रहे हैं और जल्द ही इसे चैटजीपीटी में मिलाने की योजना है। माइक्रोसॉफ्ट (Microsoft) के निवेश वाली ओपनएआई के इस ऐलान का गूगल की पैरेंट कंपनी अल्फाबेट (Alphabet) को तगड़ा झटका लगा क्योंकि अभी सर्च इंजन के मामले में इसका दबदबा है और अब सर्चजीपीटी इसे चुनौती दे सकती है।
ChatGPT के लॉन्च होने के बाद से ही Alphabet के निवेशक परेशान
नवंबर 2022 में चैटजीपीटी के लॉन्च होने के बाद से ही अल्फाबेट के निवेशकों को इस बात की चिंता है कि ओपनएआई सर्च मार्केट में यूजर्स को जानकारी ऑनलाइन खोजने का नया विकल्प देकर गूगल के दबदबे को झटका दे सकती है। अब चूंकि ओपनएआई ने सर्चजीपीटी का प्रोटोटाइप ला दिया तो अल्फाबेट के शेयर 3 फीसदी से अधिक गिर गए और यह 167.28 डॉलर के भाव पर बंद हुआ।
OpenAI के SearchGPT में क्या होगा खास?
ओपनएआई के सीईओ सैम आल्टमैन गुरुवाक को X (पूर्व नाम Twitter) पर लिखा कि ऑनलाइन सर्च को और अधिक बेहतर करने की अभी काफी गुंजाइश है। सर्चजीपीटी के जरिए ओपनएआई अधिक बेहतर तरीके से सर्च करने का विकल्प देगी और इसमें फॉलो-अप सवाल भी पूछे जा सकेंगे जैसे कि आपसी बातचीत में सवाल-जवाब होते हैं।
Google भी नहीं है पीछे
ऐसा नहीं है कि गूगल सर्च मार्केट में अपने दबदबे को यूं ही जाते हुए देखेगी। मई में गूगल ने लिमिटेड यूजर्स के लिए एआई ओवरव्यू लॉन्च किया था। इसे गूगल के सीईओ सुंदर पिचाई ने 25 साल में सर्च में सबसे बड़ा बदलाव किया था। इसके जरिए यूजर गूगल सर्च के टॉप पर पूछे सवालों के जवाब की समरी देख सकते हैं। गूगल इस पर एक साल से अधिक समय से काम कर रही है लेकिन इसकी मेहनत पर तब पानी फिर गया, जब यूजर्स ने ध्यान दिया कि इसमें बेतुके या गलत जानकारियां भी आ रही हैं।
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