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गुरु पूर्णिमा (Guru Purnima) का पर्व आज यानी 21 जुलाई को मनाया जा रहा है। गुरु पूर्णिमा का पर्व 18 पुराणों के रचयिता महर्षि वेदव्यास के जन्मदिवस के रुप में मनाया जाता है। इस पर्व की शुरुआत भी वेदव्यास जी के शिष्यों की ओर से की गई थी। यह पर्व गुरु के प्रति श्रद्धा व्यक्त करने का दिन है। इस दिन सर्वार्थ सिद्धि योग जैसा शुभ योग होने की वजह से गुरु पूजन और दीन हीन वर्ग को दान करने से विशेष फल मिलता है। सनातन धर्म में गुरु को भगवान से ऊंचा दर्जा दिया गया है। इसकी वजह ये है कि वह हमें इस संसार में जीने के तरीके और अंधकार से प्रकाश तक ले जाना का रास्ता दिखाते हैं।
आषाढ़ महीने में पूर्णिमा 20 जुलाई शनिवार की शाम 05.39 बजे से शुरू हो चुकी है। वहीं इसका समापन 21 जुलाई रविवार दोपहर 3.45 बजे है। ज्योतिष आचार्य के अनुसार, इस पूर्णिमा पर सर्वार्थ सिद्धि योग बन रहा है, जो कि सुबह 5.57 बजे से पूरे दिन रहेगा।
गुरु पूर्णिमा पूजन विधि
इस दिन सुबह जल्दी उठें और घर की साफ-सफाई करने के बाद नहा लें। फिर साफ वस्त्र पहनें। इसके बाद पूजा का संकल्प लें और एक साफ-सुथरी जगह पर एक सफेद कपड़ा बिछाकर व्यास पीठ का निर्माण करें। इसके बाद गुरु व्यास की प्रतिमा उस पर स्थापित करें। उन्हें रोली, चंदन, पुष्प, फल और प्रसाद अर्पित करें। गुरु व्यास के साथ-साथ शुक्रदेव और शंकराचार्य आदि गुरुओं का भी आवाहन करें और ” गुरुपरंपरासिद्धयर्थं व्यासपूजां करिष्ये” मंत्र का जाप करें। गुरु चालीसा और गुरू कवच का पाठ करें। इस दिन श्रद्धा अनुसार गरीबों को अन्न, धन और वस्त्र का दान करें।
गुरु पूर्णिमा का महत्व
बता दें कि शास्त्रों में गुरु को ईश्वर से भी ऊंचा दर्जा मिला हुआ है। इसकी वजह ये है कि गुरु के ज्ञान और मार्गदर्शन से ही जीवन का अंधकार दूर होता है। इसलिए हर किसी के जीवन में गुरु का होना बेहद जरूरी है। गुरु पूर्णिमा का मुख्य मकसद गुरुओं का सम्मान करना और उनके प्रति कृतज्ञता व्यक्त करना है। गुरु हमें ज्ञान का मार्ग दिखाते हैं और जीवन में सफलता प्राप्त करने में हमारी मदद करते हैं। गुरु पूर्णिमा ज्ञान प्राप्ति का प्रतीक है। इस दिन हम अपने गुरुओं से ज्ञान प्राप्त करने का संकल्प लेते हैं और जीवन में सत्य और धर्म के मार्ग पर चलने का वचन देते हैं। गुरु पूर्णिमा का दिन आध्यात्मिक उन्नति के लिए भी महत्वपूर्ण है।
सीएम योगी ने गोरखनाथ मंदिर में की पूजा
वहीं गुरु पूर्णिमा के इस मौके पर उत्तर प्रदेश के गोरखनाथ मंदिर में पूजा-अर्चना की। इसका वीडियो भी सामने आया है।
#WATCH | UP CM Yogi Adityanath offers prayers at Gorakhnath Temple, on the occasion of #GuruPurnima2024 pic.twitter.com/goky8Ro8eK
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) July 21, 2024
हरिद्वार और अयोध्या में उमड़ी भक्तों की भीड़
हरिद्वार में गुरु पूर्णिमा के अवसर पर भक्तों ने पवित्र गंगा नदी में डुबकी लगाई। इस मौके पर हजारों की संख्या में लोग पहुंचे। गंगा घाट भक्तों की भारी भीड़ से भरे हुए हैं। यूपी के अयोध्या में भी भक्तों ने सरयू नदी में डुबकी लगाई है।
#WATCH | Haridwar, Uttarakhand: Devotees take a holy dip in the Ganga River, on the occasion of Guru Purnima pic.twitter.com/UcVQYZQAOY — ANI (@ANI) July 21, 2024
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