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Haryana Assembly Elections 2024: हरियाणा पुलिस ने रविवार (8 सितंबर) को बताया कि कांग्रेस में शामिल हुए पहलवान बजरंग पूनिया को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म व्हाट्सऐप पर एक धमकी भरा मैसेज मिला है, जिसमें उन्हें गंभीर परिणाम भुगतने की धमकी दी गई है। बजरंग पूनिया ने सोनीपत के बहालगढ़ थाने में एक शिकायत दर्ज कराई है। पुलिस के एक अधिकारी ने पीटीआई को बताया कि उन्हें पूनिया की ओर से शिकायत मिली है, जिसके बाद जांच शुरू की गई है।
पीटीआई के मुताबिक, बजरंग को दी गई धमकी में लिखा है कि “बजरंग कांग्रेस छोड़ दो वरना तेरे और तेरे परिवार के लिए अच्छा नहीं होगा। ये हमारा आखिरी मैसेज है।” जिला पुलिस प्रवक्ता रविंदर सिंह ने पीटीआई को बताया, “पुलिस को शिकायत मिली है और हम जांच कर रहे हैं।”
बहालगढ़ पुलिस थाने के प्रभारी मदन सिंह से जब पूछा गया कि कुछ खबरों में कहा गया है कि धमकी भरे मैसेज में पूनिया से कांग्रेस छोड़ने या गंभीर परिणाम भुगतने के लिए तैयार रहने को कहा गया है। तो बहालगढ़ अधिकारी ने फोन पर एजेंसी से कहा, “मामले की जांच की जा रही है…। ओलंपियन पूनिया और विनेश फोगाट ने 6 सितंबर को कांग्रेस में शामिल होकर राजनीति में कदम रखा।
कांग्रेस ने बाद में फोगाट को हरियाणा विधानसभा चुनाव के लिए जुलाना सीट से मैदान में उतारा। जबकि पूनिया को अखिल भारतीय किसान कांग्रेस का कार्यकारी अध्यक्ष नियुक्त किया। पूनिया ने टोक्यो ओलंपिक खेलों में कांस्य पदक जीता था। हरियाणा की 90 सीट के लिए 5 अक्टूबर को मतदान होगा और 8 अक्टूबर को मतों की गिनती होगी।
कांग्रेस में शामिल हुए दोनों पहलवान
बजरंग पूनिया और विनेश फोगाट ने कांग्रेस में शामिल होकर राजनीतिक पारी की शुरुआत की है। उन्होंने ‘न डरने और न पीछे हटने’ का संकल्प व्यक्त किया। इस बात पर हालांकि कोई स्पष्टता नहीं है कि पूनिया चुनाव लड़ेंगे या नहीं। लेकिन हरियाणा चुनाव के लिए कांग्रेस के 31 उम्मीदवारों की लिस्ट में जुलाना विधानसभा क्षेत्र से फोगाट के नाम की घोषणा की गई है। कांग्रेस में शामिल होने के कुछ ही घंटों बाद पूनिया को पार्टी द्वारा अखिल भारतीय किसान कांग्रेस का कार्यकारी अध्यक्ष नियुक्त किया गया।
रेलवे से मिली राहत
विनेश फोगट और बजरंग पुनिया को रेलवे की तरफ से हरियाणा चुनाव लड़ने की मंजूरी जल्द ही मिल जाएगी। कांग्रेस में शामिल होने से पहले फोगाट और पुनिया ने रेलवे कर्मचारी के पद से इस्तीफा दे दिया था। आगामी चुनावों के लिए नामांकन पत्र दाखिल करने के लिए फोगाट को 12 सितंबर से पहले अपने विभाग से मंजूरी लेनी होगी।
उत्तर रेलवे ने पहलवान विनेश फोगाट और बजरंग पूनिया के इस्तीफों को स्वीकार करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। दोनों खिलाड़ियों को जल्द ही पदमुक्त किए जाने की संभावना है। रेलवे के एक वरिष्ठ अधिकारी ने न्यूज एजेंसी पीटीआई से कहा, “किसी रेलवे कर्मचारी द्वारा इस्तीफा देने के बाद तीन महीने की नोटिस अवधि के दौरान सेवा देने का प्रावधान इन दोनों खिलाड़ियों को पदमुक्त करने में आड़े नहीं आएगा, क्योंकि हमने उनके मामलों में मानदंडों में ढील देने का फैसला किया है।”
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सूत्रों ने बताया कि दोनों खिलाड़ियों को संभवत: आज (8 सितंबर) या जल्द से जल्द पदमुक्त कर दिया जाएगा।” उत्तर रेलवे ने दोनों खिलाड़ियों के कांग्रेस में शामिल होने के लिए पार्टी नेता राहुल गांधी से मुलाकात करने के बाद उन्हें कारण बताओ नोटिस जारी किया था। उत्तर रेलवे ने कहा था कि कारण बताओ नोटिस सेवा नियमावली का हिस्सा है, क्योंकि वे सरकारी कर्मचारी हैं। इस नोटिस के बाद दोनों ने रेलवे से इस्तीफा दे दिया था।
ऐसी अटकलें थीं कि फोगाट तीन महीने की नोटिस अवधि के नियम के कारण शायद चुनाव न लड़ पाएं। चुनाव नियमों के अनुसार, उन्हें चुनाव लड़ने के लिए रेलवे से आधिकारिक रूप से पदमुक्त होने की आवश्यकता है। उत्तर रेलवे के एक अधिकारी ने बताया कि चूंकि, अब रेलवे ने उनका इस्तीफा स्वीकार करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है, तो उनके चुनाव लड़ने में कोई बाधा नहीं है।
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