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बीमा जागरूकता दिवस मनाते हुए , भारत के टॉप ऑनलाइन इंश्योरेंस प्लेटफॉर्म पॉलिसीबाजार ने अपनी नई रिपोर्ट जारी की है, जिसका टॉपिक है –इज इंडिया हैप्पी विद हेल्थ इंश्योरेंस क्लेम्स? हेल्थ इंश्योरेंस इकोसिस्टम में क्लेम्स की महत्वपूर्म भूमिका को पहचानते हुए, ये रिसर्च अलग-अलग क्षेत्रों, शहरों और अलग-अलग उम्र और लिंग के लोगों के हेल्थ इंश्योरेसं क्लेम एक्सपीरियंस की प्रकृति को दिखाता है। 39 शहरों में 2,100 से ज्यादा लोगों का सर्वे किया गया, जिसमें ये निकल कर सामने आया कि भारतीय अपने हेल्थ इंश्योरेंस क्लेम्स से कितने संतुष्ट हैं।
रिपोर्ट के अनुसार, भारत में हेल्थ इंश्योरेंस क्लेम तेजी से बढ़ रहे हैं, 94% क्लेम मंजूर हो गए हैं। इसका मतलब है कि ज्यादातर पॉलिसी होल्डर के क्लेम सेटल हुए है। इसके अलावा, 86% लोग अपने क्लेम के अनुभव से खुश हैं। 6% क्लेम ऐसे हैं, जो मंजूर नहीं हो पाए। अगर इस छोटे से हिस्से की बात करें तो, रिसर्च से ये पता चलता है कि ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों मोड का इस्तेमाल करने से क्लेम सेटल रेट को बढ़ाया जा सकता है।
रिसर्च के कुछ बड़े निष्कर्ष –
हाई क्लेम सेटल रेट: 94% लोगों ने बताया कि उनके हेल्थ इंश्योरेंस क्लेम सेटल हो गए हैं। खासतौर से, ऑनलाइन चैनलों के जरिए शुरू किए गए क्लेम्स के लिए यह संख्या प्रभावशाली 97% तक बढ़ गई है।
ग्राहकों की संतुष्टि बढ़ाना: स्टडी से पता चलता है कि 86% ग्राहक अपने हेल्थ इंश्योरेंस क्लेम के अनुभव से खुश हैं, और 40% ग्राहक काफी ज्यादा संतुष्ट हैं। इस संतुष्टि का मुख्य कारण कैशलेस क्लेम, ऑनलाइन सर्विस और कम से कम कागजी कार्रवाई है। IRDAI के हालिया प्रयास, जैसे कैशलेस एवरीवेयर पहल और तीन घंटे में क्लेम सैटलमेंट की टाइम लिमिट, उपभोक्ताओं को लाभ पहुंचाने के लिए उनके समय पर और विचारशील कदम को दिखाते हैं।
क्लेम रिजेक्ट होने के कारणों को समझें: 6% सेटल नहीं होने वाले क्लेम में से लगभग आधे का कारण पहले से मौजूद या उजागर नहीं हुई बीमारियों का खुलासा न करना था। यह प्रोडक्ट सरलीकरण के साथ-साथ इंडस्ट्री में जागरूकता और ट्रांसपेरेंसी बढ़ाने की जरूरत को सामने लाता है, ताकि उपभोक्ता और इंडट्री के बीच बेहतर समझ हो।
स्टडी के नतीजों पर बोलते हुए, पॉलिसीबाजार के ज्वाइंट ग्रुप सीईओ, सरबवीर सिंह ने कहा, “क्लेम ग्राहकों के लिए इंश्योरेंस का सबसे अहम हिस्सा है, इसलिए, क्लेम सेटलमेंट और क्लेम अश्योरेंस जैसी अलग-अलग पहलों के जरिए क्लेम के अनुभव में सुधार हमारे लिए एक बड़ा फोकस एरिया रहा है। ये स्टडी उपभोक्ताओं के क्लेम के अनुभव को और बेहतर बनाने के हमारे प्रयासों का विस्तार है। ये रिपोर्ट क्लेम के अनुभव के हर पहलू में ग्राहक का एक सूक्ष्म दृष्टिकोण पेश करती है, जो हमें उनके अनुभव को और बेहतर बनाने के लिए उपयोगी कदम उठाने के लिए प्रेरित करती है। यह बेहतर ट्रांसपेरेंसी, जागरूकता और डिजिटल डिवाइस को अपनाने की जरूरतों को भी सामने लाता है।”
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