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ब्रिटेन के सबसे अमीर परिवार हिंदुजा फैमिली के 4 सदस्यों को स्विट्जरलैंड की एक अदालत ने जिनेवा में अपने घर में भारतीय कर्मचारियों का शोषण करने के आरोप में जेल की सजा सुनाई है। हिंदुजा परिवार का कहना है कि वह स्विस कोर्ट के फैसले से स्तब्ध है और उन्होंने हायर कोर्ट में अपील दायर की है। परिवार की ओर से वकीलों ने एक बयान में जोर देकर कहा कि उनके मुवक्किल प्रकाश और कमल हिंदुजा, दोनों 70 की उम्र में हैं, और उनके बेटे अजय और उनकी पत्नी नम्रता को मानव तस्करी के सभी आरोपों से बरी कर दिया गया है।
उन्होंने मीडिया की उन रिपोर्टों को भी खारिज कर दिया कि जिनेवा की अदालत के फैसले के बाद परिवार के सदस्यों को हिरासत में लिया गया है। फैसले में प्रकाश हिंदुजा और उनकी पत्नी कमल हिंदुजा को 4 साल और 6 महीने की सजा मिली है, जबकि उनके बेटे अजय और उनकी पत्नी नम्रता को 4 साल की सजा मिली है। ये मामले परिवार द्वारा अपने मूल देश भारत से नौकरों को लाने की प्रथा से उत्पन्न हुए हैं और इनमें स्विट्जरलैंड जाने के बाद उनके पासपोर्ट जब्त करने के आरोप भी शामिल हैं।
वकील येल हयात, रॉबर्ट असैल और रोमन जॉर्डन द्वारा साइन किए गए बयान में कहा गया है, ‘हमारे मुवक्किलों को सभी मानव तस्करी के आरोपों से बरी कर दिया गया है। हम इस प्रथम दृष्टया अदालत में लिए गए फैसले के बाकी हिस्से से स्तब्ध और निराश हैं, और हमने निश्चित रूप से हायर कोर्ट में अपील दायर की है, जिससे फैसले का यह हिस्सा प्रभावी नहीं रह गया है।’
हिंदुजा फैमिली को सच्चाई सामने आने का यकीन
वकीलों ने कहा कि हिंदुजा परिवार के किसी भी सदस्य को हिरासत में नहीं लिया गया है। यह भी याद रखना चाहिए कि इस मामले में वादी ने अदालत को यह घोषित करने के बाद कि उनका ऐसी कार्यवाही में शामिल होने का कभी इरादा नहीं था, अपनी संबंधित शिकायतें वापस ले ली थीं। परिवार को न्यायिक प्रक्रिया पर पूरा भरोसा है और इस बात का भी कि सच्चाई सामने आएगी।
क्या हैं आरोप
हिंदुजा परिवार पर शोषण, मानव तस्करी और स्विट्जरलैंड के श्रम कानूनों के उल्लंघन सहित कथित अवैध गतिविधि आरोप लगाए गए। परिवार के सदस्यों पर अन्य बातों के अलावा वर्कर्स के पासपोर्ट जब्त करने, उन्हें विला से बाहर जाने से रोकने और स्विट्जरलैंड में बहुत कम पैसे पर बहुत लंबे समय तक काम करने के लिए मजबूर करने का आरोप लगाया गया। आरोप है कि हिंदुजा फैमिली हाउसहोल्ड स्टाफ को 220 से 400 फ्रैंक (250-450 डॉलर) प्रति माह वेतन देती थी, जो कि स्विट्जरलैंड में हो सकने वाली कमाई के हिसाब से बहुत कम है। कुछ वर्कर्स कथित तौर पर केवल हिंदी बोलते थे और उन्हें अपने देश में बैंकों में रुपयों में वेतन दिया जाता था, जिसे वे एक्सेस नहीं कर सकते थे।
परिवार की कानूनी टीम ने आरोपों का खंडन किया था और अदालत को बताया था कि कर्मचारियों के साथ सम्मानजनक व्यवहार किया गया और उन्हें आवास उपलब्ध कराया गया। वादियों को पर्याप्त लाभ मिले, उन्हें अलग-थलग नहीं रखा गया और वे विला छोड़ने के लिए स्वतंत्र थे। हिंदुजा फैमिली करीब 37 अरब पाउंड (47 अरब डॉलर) संपत्ति की मालिक है। तेल और गैस, बैंकिंग और हेल्थकेयर सेक्टर में बिजनेस के साथ हिंदुजा समूह 38 देशों में मौजूद है।
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