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Kimberly Cheatle Resigns: अमेरिकी सीक्रेट सर्विस की डायरेक्टर किंबरले चीटल ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। चीटल 13 जुलाई को पेनसिल्वेनिया में एक चुनावी अभियान में रिपब्लिकन राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप पर हत्या के प्रयास से हुए फायरिंग के बाद आलोचनाओं का सामना कर रही थीं। अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति पर हमले के 10 दिन बाद सीक्रेट सर्विस की डायरेक्टर ने मंगलवार (23 जुलाई) को अपने पद से इस्तीफा दे दिया। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने सीक्रेट सर्विस में लगभग तीन दशकों के लिए चीटल को धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि चीटल ने “अपने पूरे करियर में हमारे देश की रक्षा के लिए निस्वार्थ भाव से समर्पित होकर अपनी जान जोखिम में डाली।”
बिडेन ने एक बयान में कहा, “हम सभी जानते हैं कि उस दिन जो हुआ वह फिर कभी नहीं हो सकता। मैं चीटल को शुभकामनाएं देता हूं और मैं जल्द ही एक नया डायरेक्टर नियुक्त करने की योजना बनाऊंगा।” किंबरले चीटल ने स्वीकार किया कि पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की हत्या का प्रयास, 1981 में तत्कालीन राष्ट्रपति रोनाल्ड रीगन को गोली मारे जाने की घटना के बाद से ‘सबसे गंभीर’ सुरक्षा चूक है।
चीटल ने ट्रंप की हत्या के प्रयास को लेकर अमेरिकी संसद की निगरानी एवं जवाबदेही समिति के समक्ष अपनी पेशी के दौरान यह बात स्वीकार की, जिसमें शामिल दो भारतीय अमेरिकी सांसदों राजा कृष्णमूर्ति और रो खन्ना समेत विभिन्न संसद सदस्यों ने उनसे सवाल पूछे। चीटल ने कहा कि उनकी एजेंसी पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की सुरक्षा के अपने मिशन में नाकाम रही।
डेमोक्रेटिक पार्टी और रिपब्ल्किन पार्टी दोनों दलों के सांसद सुरक्षा में हुई चूक को लेकर चीटल से इस्तीफे के बारे में पूछा, लेकिन उस वक्त उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया। 13 जुलाई को हुए हत्या के प्रयास के मामले में संसद में अपनी पहली पेशी के दौरान जांच जारी होने का हवाला देकर सवालों का जवाब देने में बार-बार टाल-मटोल करने के कारण चीटल से सांसद नाराज नजर आ रहे थे।
‘सबसे बड़ी सुरक्षा चूक’
चीटल ने ट्रंप पर हुए हमले को दशकों में सीक्रेट सर्विस की सबसे बड़ी सुरक्षा विफलता करार दिया। चीटल ने माना कि ट्रंप पर हुई गोलीबारी से पहले एजेंसी को दो से पांच बार पूर्व राष्ट्रपति की रैली में संदिग्ध व्यक्ति के होने के बारे में बताया गया था। उन्होंने कहा कि वह पेनसिल्वेनिया रैली में हुई सुरक्षा संबंधी विफलता के लिए “पूरी जिम्मेदारी” लेती हैं। चीटल ने कहा, “सीक्रेट सर्विस का मिशन हमारे देश के नेताओं की सुरक्षा करना है। 13 जुलाई को हम असफल रहे।”
सांसदों ने चीटल से पूछा कि बंदूकधारी ट्रंप के इतने करीब कैसे पहुंच गया। साथ ही, उन्होंने पूछा कि स्थानीय पुलिस ने हमलावर थॉमस मैथ्यू क्रुक्स की पहचान संदिग्ध के तौर पर की थी, इसके बावजूद भी ट्रंप को मंच पर क्यों जाने दिया गया। चीटल ने स्वीकार किया कि स्थानीय कानून प्रवर्तन अधिकारियों ने गोलीबारी से पहले रेंजफाइंडर के साथ क्रूक्स को देखा था। रेंजफाइंडर दूरबीन जैसा दिखने वाला एक छोटा उपकरण है जिसका उपयोग हमलावर लक्ष्य की दूरी मापने के लिए करते हैं।
चीटल ने कहा कि यदि खुफिया एजेंटों को बताया गया होता कि कोई “वास्तविक खतरा” है, तो सीक्रेट सर्विस ने रैली को रोक दिया होता। उन्होंने कहा कि लेकिन संदिग्ध व्यक्ति और वास्तविक खतरे के रूप में पहचान किये गए व्यक्ति के बीच अंतर होता है। उन्होंने कहा कि हमलावर ने जिस छत से गोली चलाई, उसे ट्रंप की रैली से कुछ दिन पहले संवेदनशील स्थान के तौर पर चिह्नित किया गया था।
कैसे हुई चूक?
यह पूछे जाने पर कि जिस छत पर शूटर मौजूद था, वहां कोई एजेंट क्यों नहीं था या क्या सीक्रेट सर्विस ने उस क्षेत्र की निगरानी के लिए ड्रोन का इस्तेमाल किया था, इसपर चीटल ने कहा कि वह अब भी जांच पूरी होने का इंतजार कर रही हैं। यह सुनकर सांसद गुस्सा हो गए। ओहायो से रिपब्लिकन पार्टी के सांसद माइक टर्नर ने कहा, “डायरेक्टर चीटल, आप अक्षम दिखती हैं। अगर उनकी हत्या हो जाती तो आप दोषी मानी जातीं।”
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लगभग तीन दशक से एजेंसी में काम कर रहीं चीटल ने जोर देकर कहा कि असफलताओं के बावजूद वह सीक्रेट सर्विस का नेतृत्व करने के लिए सही व्यक्ति हैं। कैलिफॉर्निया से डेमोक्रेटिक पार्टी के सांसद रो खन्ना ने कहा कि पूर्व राष्ट्रपति रोनाल्ड रीगन की हत्या के प्रयास की घटना के बाद, सीक्रेट सर्विस के डायरेक्टर ने पद से इस्तीफा दे दिया था।
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