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NEET-UG Paper Leak Case: केंद्रीय जांच एजेंसी सीबीआई ने शनिवार 20 जुलाई को नीट-यूजी पेपर लीक मामले के कथित मास्टरमाइंड और ‘सॉल्वर’ के रूप में काम करने वाले 2 अन्य MBBS छात्रों को गिरफ्तार कर लिया। कथित मास्टरमाइंड की पहचान शशि कुमार पासवान उर्फ पासू के रूप में हुई, जो नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, जमशेदपुर से बीटेक ग्रैजुएट हैं। वहीं हिरासत में लिए गए 2 अन्य ‘सॉल्वर’ की पहचान कुमार मंगलम बिश्नोई और दीपेंद्र कुमार के रूप में हुई है। ये दोनों भरतपुर मेडिकल कॉलेज में MBBS की पढ़ाई कर रहे हैं।
अधिकारियों ने बताया कि तकनीकी निगरानी से पुष्टि हुई है कि कुमार और दीपेंद्र, नीट-यूजी परीक्षा के दिन हजारीबाग में मौजूद थे। उन्होंने बताया कि पंकज कुमार नाम के एक इंजीनियर ने कथित पर नीट-यूजी परीक्षा का पेपर चुराया और इन दोनों को सॉल्व करने के लिए दिया था। पंकज कुमार को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है।
पंकज कुमार उर्फ आदित्य ने हजारीबाग में मौजूद एनटीए ट्रंक से कथित तौर पर नीट-यूजी का पेपर चुराया था। पंकज ने नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, जमशेदपुर से पढ़ाई की है और 2017 बैच का सिविल इंजीनियर है।
इससे कुछ दिन पहले CBI ने इसी मामले में पटना एम्स से चार MBBS छात्रों को भी हिरासत में लिया था पुलिस सूत्रों ने बताया कि उन्हें संदेह है कि कथित पेपर लीक सरगना संजीव मुखिया ने NEET का पेपर हल करने के लिए इन चारों छात्रों को लगाया था। CBI ने एक दिन पहले इस मामले में रांची स्थित राजेंद्र आयुर्विज्ञान संस्थान (RIMS) के 2023 बैच की एक मेडिकल छात्रा से भी पूछताछ की थी।
नीट-यूजी पेपर लीक केस की जांच कर रही CBI ने अबतक इस मामले में छह FIR दर्ज किए हैं। वहीं कुल 21 लोगों की अबतक गिरफ्तारी हो चुकी है। इस साल 5 मई को 571 शहरों के 4,750 सेंटर पर NEET-यूजी परीक्षा आयोजित की गई थी, जिसमें 23 लाख से ज्यादा परीक्षार्थी शामिल हुए थे।
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