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Ola Electric Mobility IPO: इलेक्ट्रिक व्हीकल बनाने वाली कंपनी ओला इलेक्ट्रिक मोबिलिटी का आईपीओ दो अगस्त को खुलने वाला है। इस आईपीओ के तहत 5500 करोड़ रुपये के नए शेयर जारी किए जाएंगे। इसके अलावा, 8.49 करोड़ इक्विटी शेयरों की बिक्री ऑफर फॉर सेल (OFS) के तहत होगी। पब्लिक इश्यू के लिए प्राइस बैंड की घोषणा 29 जुलाई को की जाएगी। निवेशकों के पास 6 अगस्त तक निवेश का मौका रहेगा। एंकर निवेशकों के लिए यह इश्यू 1 अगस्त को एक दिन के लिए खुलेगा।
Ola Electric IPO में भाविश अग्रवाल बेचेंगे 3.79 करोड़ शेयर
OFS के हिस्से के रूप में प्रमोटर भाविश अग्रवाल 3.79 करोड़ और इंडस ट्रस्ट 41.79 लाख इक्विटी शेयर बेचेंगे। इसके अलावा, कंपनी में 21.98 फीसदी हिस्सेदारी के साथ सबसे बड़े शेयरहोल्डर एसवीएफ II ऑस्ट्रिच (DE) LLC द्वारा 2.38 करोड़ शेयरों की बिक्री की जाएगी।
वर्तमान में भाविश अग्रवाल और इंडस ट्रस्ट सहित प्रमोटरों के पास बेंगलुरु स्थित कंपनी में 45.14 फीसदी हिस्सेदारी है, जबकि 47.19 फीसदी शेयरहोल्डिंग पब्लिक शेयरहोल्डर्स के पास है और शेष 7.67 फीसदी शेयर कर्मचारी ट्रस्टों के पास हैं। अल्फा वेव वेंचर्स II एलपी, अल्पाइन ऑपर्चुनिटी फंड VI एलपी, इंटरनेट फंड III पीटीई, मैकरिची इन्वेस्टमेंट्स पीटीई, मैट्रिक्स पार्टनर्स इंडिया इन्वेस्टमेंट्स III एलएलसी, टेकने प्राइवेट वेंचर्स XV, और आशना एडवाइजर्स एलएलपी अन्य शेयरधारक हैं।
Ola Electric IPO में कर्मचारियों के लिए 5.5 करोड़ रुपये तक के शेयर आरक्षित
ओला इलेक्ट्रिक ने अपने कर्मचारियों के लिए 5.5 करोड़ रुपये तक के शेयर आरक्षित किए हैं। नेट पब्लिक इश्यू के 75 फीसदी शेयर क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स के लिए आरक्षित हैं, 15 फीसदी शेयर नॉन-इंस्टीट्यूशनल इनवेस्टर्स (हाई नेटवर्थ इंडिविजुअल) के लिए और शेष 10 फीसदी खुदरा निवेशकों के लिए आरक्षित हैं।
सब्सक्रिप्शन के बाद शेयरों का अलॉटमेंट 7 अगस्त तक पूरा होने की उम्मीद, जबकि ओला आईपीओ शेयर 8 अगस्त तक सफल निवेशकों के डीमैट अकाउंट्स में क्रेडिट कर दिए जाएंगे। कंपनी के शेयरों की ट्रेडिंग 9 अगस्त से BSE और NSE पर शुरू होगी।
OLA Electric कहां करेगी फंड का इस्तेमाल
ओला ने नेट फ्रेश इश्यू से होने वाली आय में से 1227.64 करोड़ रुपये का इस्तेमाल सब्सिडियरी कंपनी OCT के सेल मैन्युफैक्चरिंग प्लांट (ओला गिगाफैक्ट्री) के लिए करने की योजना बनाई है। कंपनी इसकी क्षमता को 5 GWh से बढ़ाकर 6.4 GWh करने के लिए खर्च करेगी। मार्च 2024 तक उत्पादन क्षमता के मामले में ओला फ्यूचरफैक्ट्री भारत में सबसे बड़ा इंडीग्रेटेड और ऑटोमेटेड E2W मैन्युफैक्चरिंग संयंत्र है।
इसके अलावा, नए इश्यू के पैसे से कंपनी अपनी सब्सिडियरी कंपनी OET द्वारा उठाए गए 800 करोड़ रुपये के कर्ज का भुगतान करेगी। इस साल 15 जून तक कंसोलिडेटेड आधार पर इसका कर्ज 996.67 करोड़ रुपये था। कंपनी ने बताया है कि 1600 करोड़ रुपये रिसर्च और प्रोडक्ट डेवलपमेंट पर खर्च किए जाएंगे और 350 करोड़ रुपये का उपयोग ऑर्गेनिक ग्रोथ पहलों के माध्यम से बिजनेस बढ़ाने के लिए किया जाएगा। आईपीओ फंड के शेष हिस्से का उपयोग सामान्य कॉर्पोरेट उद्देश्यों के लिए किया जाएगा।
OLA Electric का फाइनेंशियल
दिसंबर 2021 में अपना पहला ईवी स्कूटर डिलीवर करने वाली ओला ने लगातार मजबूत रेवेन्यू दर्ज किया, हालांकि यह घाटे में चल रही है। मार्च 2024 को समाप्त वित्तीय वर्ष में कंपनी का शुद्ध घाटा बढ़कर 1,584.4 करोड़ रुपये हो गया है, जो पिछले वित्तीय वर्ष में 1,472 करोड़ रुपये था। इसी अवधि के दौरान रेवेन्यू बढ़कर 5,009.8 करोड़ रुपये हो गया, जो पिछले वर्ष के 2630.9 करोड़ रुपये से 90.4 फीसदी अधिक है।
वित्त वर्ष 2024 में EBITDA स्तर पर घाटा 1,267.6 करोड़ रुपये रहा, जो वित्त वर्ष 2023 में 1,252.4 करोड़ रुपये के घाटे से अधिक है। कंपनी पूरे भारत में अपने डायरेक्ट-टू-कस्टमर (D2C) ऑम्नीचैनल डिस्ट्रीब्यूशन नेटवर्क का संचालन करती है, जिसमें 870 एक्सपीरियंस सेंटर और 431 सर्विस सेंटर शामिल हैं।
कंपनी ने पिछले वर्ष (वित्त वर्ष 24) में 3.29 लाख यूनिट्स बेचीं, जो पिछले वर्ष की 1.56 लाख यूनिट्स की बिक्री से दोगुनी से भी अधिक है। वित्त वर्ष 2024 के अंत तक इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर (E2W) सेगमेंट में OLA की बाजार हिस्सेदारी 35 फीसदी थी, जो पिछले वित्त वर्ष के 21 फीसदी से काफी अधिक है।
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