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स्पाइसजेट (SpiceJet) के प्रमोटर और चेयरमैन अजय सिंह फंड जुटाने के लिए एयरलाइन में 10 फीसदी से अधिक हिस्सेदारी बेच सकते हैं। यह फंडिंग राउंड सितंबर के अंत तक पूरा होने की उम्मीद है। न्यूज एजेंसी पीटीआई ने सूत्रों के हवाले से यह जानकारी दी है। वर्तमान में वित्तीय दिक्कतों, कानूनी चुनौतियों और कम फ्लीट का सामना कर रही एयरलाइन कई दायित्वों को पूरा करने के लिए फंड जुटाने की कोशिश कर रही है। सिंह कंपनी के चेयरमैन और मैनेजिंग डायरेक्टर दोनों हैं।
सितंबर के अंत तक फंडिंग राउंड पूरा होने की उम्मीद
समाचार एजेंसी ने बताया कि सिंह फेवरेबल कंडीशन के आधार पर एयरलाइन में अपनी हिस्सेदारी का 15 फीसदी तक बेच सकते हैं। यह कदम एयरलाइन के प्रस्तावित क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल प्लेसमेंट (QIP) का हिस्सा है, जिसका मकसद 2000 करोड़ रुपये तक जुटाना है। न्यूज एजेंसी के सूत्रों के अनुसार भारत और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर संभावित निवेशकों के साथ चर्चा पहले ही हो चुकी है। सितंबर के अंत तक फंडिंग राउंड पूरा होने की उम्मीद है।
रिपोर्ट में आगे कहा गया है कि यह पता चला है कि फंड का इस्तेमाल ग्राउंडेड विमानों को वापस लाने, देनदारियों का निपटान करने और नए फ्लीट को शामिल करने के अलावा अन्य सामान्य उद्देश्यों के लिए किया जाएगा। इस फंडिंग राउंड के बारे में स्पाइसजेट की ओर से कोई आधिकारिक टिप्पणी पीटीआई की रिपोर्ट के समय उपलब्ध नहीं थी।
SpiceJet की 3200 करोड़ रुपये जुटाने की योजना
स्पाइसजेट ने हाल ही में डेट और इक्विटी इंस्ट्रूमेंट्स के साथ-साथ प्रमोटर्स की ओर से कैपिटल इनफ्यूजन के जरिए 3,200 करोड़ रुपये से अधिक जुटाने की योजना बनाई है। स्पाइसजेट का कहना है कि इस धनराशि का इस्तेमाल देनदारी के सेटलमेंट, फ्लीट के विस्तार और कंपनी के अन्य सामान्य कामकाज के लिए किया जाएगा। स्पाइसजेट ने क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल प्लेसमेंट (QIP) के जरिए 2,500 करोड़ रुपये, और वॉरंट और प्रमोटर्स की ओर से कैपिटल इनफ्यूजन के माध्यम से 736 करोड़ रुपये जुटाने की योजना बनाई है। इस प्रस्तावित योजना के लिए शेयरधारकों की मंजूरी लिया जाना अभी बाकी है।
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