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उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व वाली सरकार में अंदरूनी कलह की चर्चा के बीच, समाजवादी पार्टी (SP) प्रमुख अखिलेश यादव और यूपी के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य के बीच वाकयुद्ध छिड़ गया। अखिलेश यादव ने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और उपमुख्यमंत्री केपी मौर्य के बीच “कुर्सी की लड़ाई” में जनता पिस रही है। इस बीच उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार शाम राजभवन में राज्यपाल आनंदीबेन पटेल से मुलाकात की।
यादव ने X पोस्ट में लिखा, “सत्ता के लिए बीजेपी की लड़ाई की गर्मी में, यूपी में शासन और प्रशासन को ठंडे बस्ते में डाल दिया गया है। तोड़-फोड़ की राजनीति का जो काम बीजेपी दूसरे दलों में करती थी, वही काम अब वो अपनी पार्टी के अंदर कर रही है, यही कारण है कि बीजेपी अंदरूनी कलह के दलदल में धंसती जा रही है। बीजेपी में जनता के बारे में सोचने वाला कोई नहीं है।”
सपा की PDA एक धोखा है: केशव मौर्य
जवाब में, केपी मौर्य ने जोर देकर कहा कि BJP के पास राज्य और केंद्र दोनों में एक मजबूत संगठन और सरकार है, और कहा कि “यूपी में समाजवादी पार्टी की गुंडागर्दी की वापसी असंभव है।”
मौर्य ने एक X पोस्ट पर लिखा, “अखिलेश यादव जी, BJP के पास देश और प्रदेश दोनों में एक मजबूत संगठन और सरकार है, सपा की PDA एक धोखा है। यूपी में सपा की गुंडागर्दी की वापसी असंभव है, 2027 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी 2017 को दोहराएगी।”
UP BJP में कलह
दरअसल ये सब तब हो रहा है, जब अटकलें लगाई जाने लगीं कि उत्तर प्रदेश सरकार के भीतर सब कुछ ठीक नहीं है। हालांकि, BJP ने इसे पूरी तरह खारिज कर दिया।
सीएम आदित्यनाथ और उनके डिप्टी केशव प्रसाद मौर्य (Keshav Prasad Maurya) के बीच कलह की अफवाहें तब शुरू हुईं, जब मौर्य पिछले एक महीने में मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में हुई कई कैबिनेट बैठकों में शामिल नहीं हुए।
मुख्यमंत्री ने आगामी 10 सीटों पर होने वाले उपचुनाव को लेकर बुधवार को मंत्रियों से मुलाकात की, लेकिन दोनों उपमुख्यमंत्री – मौर्य और ब्रिजेश पाठक – बैठक से गायब थे।
बीजेपी के केंद्रीय नेतृत्व ने राज्य के नेताओं से सार्वजनिक विवाद खत्म करने और आगामी 10 उपचुनावों पर ध्यान केंद्रित करने को कहा है।
BJP संगठन और राज्य मंत्रिमंडल में होगा बदलाव?
उत्तर प्रदेश में BJP संगठन और राज्य मंत्रिमंडल दोनों में बदलाव की उम्मीद जताई जा रही है। BJP को एक नया राज्य प्रमुख मिल सकता है, क्योंकि भूपेंद्र चौधरी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा के साथ बैठक के बाद इस्तीफे की पेशकश की है। राज्य में कैबिनेट फेरबदल की भी उम्मीद है।
इसी कड़ी में न्यूज एजेंसी PTI ने आधिकारिक सूत्रों के हवाले से बताया कि आदित्यनाथ शाम को राजभवन पहुंचे और राज्यपाल से मुलाकात की। सूत्रों के मुताबिक, योगी और पटेल की इस मुलाकात को शिष्टाचार भेंट बताया गया। सूत्रों ने बताया कि मुलाकात के दौरान मुख्यमंत्री योगी ने राज्य विधानमंडल के मानसून सत्र के बारे में चर्चा की। मानसून सत्र 29 जुलाई को शुरू होने की संभावना है।
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