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उत्तराखंड के हरिद्वार में शनिवार दोपहर भारी बारिश हुई जिससे ‘सूखी नदी’ में बाढ़ आने से कई कारें पानी के तेज बहाव में बह गईं। हरिद्वार में बारिश का पानी घरों में घुस गया और प्रमुख सड़कों में जलजमाव हुआ। ये नदी आमतौर पर सूखी रहती है, इसलिए लोग अपनी गाड़ियां ‘सूखी नदी’ के किनारे खड़ी कर देते हैं। ये नदी बारिश के पानी से भरती है। बारिश के कारण सूखी नदी में अचानक बाढ़ आ गई और तेज बहाव में कारें बह गईं। यह नदी थोड़ा आगे जाकर गंगा नदी की मुख्यधारा में मिल जाती है।
लोग बहती हुई कारों की वीडियो बनाने के लिए हर की पौड़ी के पास गंगा पर बने पुलों पर पहुंच गए। एक वीडियो में, एक पुलिसकर्मी तीर्थयात्रियों और स्थानीय लोगों को नदी के पास न जाने की चेतावनी दे रहा है। उन्होंने कहा, “बारिश के बाद नदी में जल स्तर अचानक बढ़ गया है। सभी से अनुरोध है कि वे नदी के पास न जाएं।”
#WATCH | Uttarakhand: Vehicles can be seen floating in Haridwar as the water level of river Ganga rises amid heavy rainfall. People are being advised to avoid bathing in the river. pic.twitter.com/XHL0quLW82
— ANI (@ANI) June 29, 2024
घटनास्थल के तस्वीरों में, कई कारों और बसों को हर की पौरी में एक उफनती मौसमी नदी में डूबे हुए देखा जा सकता है। तेज लहरें श्मशान घाट में खड़ी बसों और आठ कारों को बहा ले गईं। उत्तराखंड में मानसून के दौरान मौसमी नदियों के उफान पर आने की ऐसी घटनाएं आम तौर पर सामने आती हैं।
उत्तराखंड पुलिस ने भी वीडियो शेयर किया और कहा कि भारी बारिश के कारण उफनी गंगा नदी में वाहन तैर रहे थे। उन्होंने कहा, “हरिद्वार में तेज बारिश से गंगा का जलस्तर बढ़ गया। कुछ लोगों ने अपने वाहन पार्किंग स्थलों के बजाय खड़खड़ी में सूखी नदी के आसपास पार्क किए थे, जो पानी के तेज बहाव से गंगा नदी में बहने लगे। घटना में कोई जनहानि नहीं हुई है। कृपया सभी अपने वाहन निर्धारित पार्किंग में ही पार्क करें।”
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने भविष्यवाणी की है कि राज्य में 29 जून और 30 जून को पड़ोसी राज्य हिमाचल प्रदेश के साथ बहुत भारी बारिश होगी।
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