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न्यूजीलैंड अपने पर्यावरण की सुरक्षा को लेकर काफी संवेदनशील है और अपने प्राकृतिक माहौल की सुरक्षा के लिए वह किसी भी हद जाने को तैयार रहता है। प्राकृतिक वातावरण की सुरक्षा और सार्वजनिक सेवाओं को बेहतर बनाने के लिए न्यूजीलैंड ने टूरिस्ट टैक्स बढ़ाने का फैसला किया है। 1 अक्टूबर 2024 से न्यूजीलैंड आने वाले शख्स को तकरीबन 2,000 रुपये (35 डॉलर, न्यूजीलैंड) के बजाय अब 5,000 रुपये (100 डॉलर, न्यूजीलैंड) टैक्स देना होगा।
कोविड के बाद इस देश में पर्यटकों की संख्या में भारी गिरावट आई थी। न्यूजीलैंड अब पर्यावरण के अनुकूल पर्यटन पर फोकस कर रहा है। एक न्यूज एजेंसी की खबर के मुताबिक, न्यूजीलैंड की टूरिज्म मिनिस्ट्री ने पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए नई रणनीति अपनाई है। इसके तहत मंत्रालय अब उन लोगों पर फोकस कर रहा है, जो ज्यादा खर्च करते हैं और लंबे समय तक इस देश में रहते हैं।
कोविड से पहले न्यूजीलैंड के कुल वर्कफोर्स में टूरिज्म सेक्टर की हिस्सेदारी 8.4 पर्सेंट थी। साथ ही, जीडीपी में इस सेक्टर का योगदान 6 पर्सेंट था। इस देश की आबादी 50 लाख है, जबकि 2016 से 2019 के दौरान यहां 1.1 करोड़ पर्यटक आए। टूरिस्ट टैक्स में बढ़ोतरी से देश में पर्यावरण संरक्षण की कोशिशों को बढ़ावा मिलेगा। मौजूदा टूरिज्म टैक्स की शुरुआत 2019 में की गई थी और इससे हासिल फंड का इस्तेमाल पर्यावरण संरक्षण से जुड़ी योजनाओं में किया गया है।
खबरों के मुताबिक, हालांकि मौजूदा रेवेन्यू इन चुनौतियों से निपटने के लिए पर्याप्त नहीं था, लिहाजा सरकार को फीस में बढ़ोतरी करनी पड़ी। बाली, स्पेन, इटली समेत कई टूरिस्ट ठिकानों पर अब पर्यटकों को टैक्स देना पड़ रहा है।
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