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महाराष्ट्र के नासिक के एक गैंगस्टर को अपनी रिहाई का जश्न मनाना ही महंगा पड़ गया और उसे वापस जेल जाना पड़ा। गैंगस्टर की जश्न की रैली का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद शुक्रवार को उसे फिर से जेल भेज दिया गया। हाल ही में महाराष्ट्र स्लमलोर्ड्स, बूटलेगर्स, ड्रग अपराधियों और खतरनाक व्यक्तियों की खतरनाक गतिविधियों की रोकथाम अधिनियम (MPDA) के तहत जेल से रिहा हुए, हर्षद पाटणकर का 23 जुलाई को समर्थकों ने एक कार रैली के साथ जश्न मनाया।
NDTV के मुताबिक, रैली में एक कार जुलूस और लगभग 15 दोपहिया वाहन शामिल थे। जुलूस बेथेल नगर से नासिक के अंबेडकर चौक तक गया। एक वायरल वीडियो में पाटणकर को कार के सनरूफ से बाहर निकलते हुए अपने समर्थकों को हाथ हिलाते देखा गया। उनके समर्थकों ने रैली के वीडियो भी सोशल मीडिया पर “वापसी” कैप्शन के साथ शेयर किए।
पुलिस ने फिर दर्ज किया केस
हालांकि, इस सार्वजनिक प्रदर्शन के कारण पुलिस को हस्तक्षेप करना पड़ा। उनके खिलाफ सरकारवाड़ा पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज किया गया था।
बाद में पाटणकर को गैर-कानूनी रैली आयोजित करने और अव्यवस्था पैदा करने के आरोप में गिरफ्तार कर लिया गया। उनके छह सहयोगियों को भी अधिकारियों ने हिरासत में ले लिया।
पुलिस ने पाटणकर के छह साथियों की पहचान की
पाटणकर के छह साथियों की पहचान गोपाल नागोरकर, वेदांत चाल्डे, शॉन माइकल, जॉय माइकल, रॉबिन्सन बत्तीसे, वैभव खंडारे और विकास नेपाली के रूप में की गई है।
टाइम्स ऑफ इंडिया के अनुसार, पाटणकर की “वापसी रैली” ने 22 जुलाई को नासिक पुलिस कमिश्नर की ओर से जारी निषेधाज्ञा का उल्लंघन किया, जिसके कारण भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 189 (2) के तहत मामला दर्ज किया गया।
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