Economic Survey 2024: 22 जुलाई को पेश होगा आर्थिक सर्वे, चेक करें टाइमिंग समेत पूरी डिटेल – economic survey 2024 to be presented on monday a day before budget timings other details

[ad_1]

Budget 2024: केंद्र सरकार 2024-25 के पूर्ण बजट से एक दिन पहले यानी सोमवार, 22 जुलाई को इकोनॉमिक सर्वे (Economic Survey) पेश करने वाली है। इसे केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा संसद में पेश किया जाएगा। आर्थिक सर्वे 2023-24 लोकसभा में दोपहर 1 बजे और राज्यसभा में दोपहर 2 बजे पेश होगा। वहीं, प्रेस कॉन्फ्रेंस दोपहर 02.30 बजे NMC में होगी। हर साल यूनियन बजट से पहले इकोनॉमिक सर्वे पेश होता है। इसमें पिछले वित्त वर्ष में इकोनॉमी की सेहत के बारे में व्यापक जानकारी होती है।

कैसे तैयार होता है Economic Survey?

इकोनॉमिक सर्वे वित्त मंत्रालय में आर्थिक मामलों के विभाग के इकोनॉमिक डिवीजन द्वारा चीफ इकोनॉमिक एडवाइजर की देखरेख में तैयार किया गया है। इसमें इकोनॉमी की ग्रोथ की संभावनाओं के बारे में विस्तार से बताया जाता है। साथ ही ग्रोथ के रास्ते की बाधाओं का भी उल्लेख होता है। यह भी बताया जाता है कि इकोनॉमी की ग्रोथ तेज करने के लिए किस तरह के कदम उठाए जाने की जरूरत है। अलग-अलग सेक्टर की चुनौतियों और संभावनाओं का भी उल्लेख आर्थिक सर्वे में होता है।

Economic Survey में होता क्या है?

इकोनॉमिक सर्वे के तीन हिस्से होते हैं। पहला हिस्सा सबसे अहम होता है। इसमें इकोनॉमी से जुड़ी मुख्य बातें शामिल होती हैं। आर्थिक मसलों के बारे में चीफ इकोनॉमिक एडवाइजर की राय भी शामिल होती है। इसमें यह भी बताया जाता है कि इकोनॉमी की सेहत को लेकर सरकार की सोच क्या है। दूसरे हिस्से में अलग-अलग सेक्टर का प्रदर्शन और उससे जुड़े डेटा होते हैं। देश का पहला इकोनॉमिक सर्वे 1950-51 के दौरान पेश हुआ था। तब यह बजट का हिस्सा था। 1964 में इसे बजट से अलग कर दिया गया। तब से इसे यूनियन बजट पेश होने के एक दिन पहले पेश किया जाता है।

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के नाम होगा यह रिकॉर्ड

आगामी बजट के साथ वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण पूर्व प्रधानमंत्री मोरारजी देसाई द्वारा बनाए गए रिकॉर्ड को पीछे छोड़ देंगी, जिन्होंने वित्त मंत्री के रूप में 1959 और 1964 के बीच पांच वार्षिक बजट और एक अंतरिम बजट पेश किया था। सीतारमण का आगामी बजट भाषण उनका सातवां होगा। सीतारमण ने मनमोहन सिंह, अरुण जेटली, पी चिदंबरम और यशवंत सिन्हा को पीछे छोड़ दिया है, जिन्होंने पांच-पांच बजट पेश किए थे।

[ad_2]

Source link

Leave a Comment