Trade setup for today : 23800 की ओर बढ़ने से पहले निफ्टी में कंसोलीडेशन की उम्मीद, 23300 पर है सपोर्ट

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Trade setup: निफ्टी 50 इंडेक्स में लगातार छह कारोबारी सत्रों के बाद कल पहली बार मुनाफावसूली देखने को मिली। बाजार में फिर से वोलेटिलिटी बढ़ती दिखी। इसके बावजूद, सेंसेक्स-निफ्टी ने नया हाई बनाना जारी रखा। 19 जून को निफ्टी ने 23,664 का नया रिकॉर्ड हाई बनाया। हालांकि कारोबारी सत्र के आखिरी घंटे में आई बिकवाली के कारण बुधवार को निफ्टी 42 अंक गिरकर 23,516 पर बंद। बाजार जानकारों की राय है कि निफ्टी 50 इंडेक्स 23,800 की ओर बढ़ने के पहले मजबूती हासिल करने के लिए कंसोलीडेट होता दिख सकता है। निफ्टी के लिए अब 23300 के स्तर पर सपोर्ट दिख रहा है।

यहां आपको कुछ ऐसे आंकड़े दे रहे हैं जिनके आधार पर आपको मुनाफे वाले सौदे पकड़ने में आसानी होगी।

Nifty के लिए की सपोर्ट और रजिस्टेंस लेवल

पिवट प्वांइट पर आधारित सपोर्ट : 23435-23376 और 23280

पिवट प्वांइट पर आधारित रजिस्टेंस : 23627-23686 और 23782

बैंक निफ्टी

पिवट प्वांइट पर आधारित सपोर्ट : 50,687-50,329 और 49,750

पिवट प्वांइट पर आधारित रजिस्टेंस : 51,844-52,202 और 52,781

कॉल ऑप्शन डेटा

वीकली बेसिस पर 24,000 की स्ट्राइक पर 1.08 करोड़ कॉन्ट्रैक्ट का अधिकतम कॉल ओपन इंटरेस्ट देखने को मिला है जो आगे आने वाले कारोबारी सत्रों में अहम रजिस्टेंस लेवल का काम करेगा।

पुट ऑप्शन डेटा

23,000 की स्ट्राइक पर 1.02 करोड़ कॉन्ट्रैक्ट का अधिकतम पुट ओपन इंटरेस्ट देखने को मिला है जो आने वाले कारोबारी सत्रों में अहम सपोर्ट लेवल का काम करेगा।

निफ्टी 23623 के ऊपर टिके तो 23685-23710 की चाल संभव- वीरेंद्र कुमार

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कल वोलैटिलिटी में बढ़त देखने को मिली जिससे तेजड़िये थोड़ी असहज स्थिति में आ गए। वोलैटिलिटी इंडेक्स इंडिया VIX 12.97 के स्तर से 5.77 फीसदी बढ़कर 13.71 पर पहुंच गया, लेकिन 200-दिवसीय एक्सपोनेंशियल मूविंग एवरेज (EMA) से नीचे रहा।

33 स्टॉक्स में दिखा लॉन्ग बिल्ड-अप

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ओपन इंटरेस्ट में बढ़त के साथ ही कीमतों में भी होने वाली बढ़त से आमतौर पर लॉन्ग पोजीशन बनने का अंदाजा लगाया जाता है। ओपन इंटरेस्ट फ्यूचर परसेंटेज के आधार पर पिछले कारोबारी दिन 33 शेयरों में लॉन्ग बिल्ड-अप देखने को मिला

54 स्टॉक्स में दिखी लॉन्ग अनवाइंडिंग

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ओपन इंटरेस्ट में गिरावट के साथ ही कीमतों में भी होने वाली गिरावट से आमतौर पर लॉन्ग अनवाइंडिंग का अंदाजा लगाया जाता है। ओपन इंटरेस्ट फ्यूचर परसेंटेंज के आधार पर पिछले कारोबारी दिन 54 शेयरों में सबसे ज्यादा लॉन्ग लॉन्ग अनवाइंडिंग देखने को मिली।

89 स्टॉक्स में दिखा शॉर्ट बिल्ड-अप

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ओपन इंटरेस्ट में बढ़त के साथ ही कीमतों में भी होने वाली गिरावट से आमतौर पर शॉर्ट बिल्ड-अप का अंदाजा लगाया जाता है। ओपन इंटरेस्ट फ्यूचर परसेंटेंज के आधार पर पिछले कारोबारी दिन 89 शेयरों में सबसे ज्यादा शॉर्ट बिल्ड-अप देखने को मिला।

11 स्टॉक्स में दिखी शॉर्ट कवरिंग

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ओपन इंटरेस्ट में गिरावट के साथ ही कीमतों में होने वाली बढ़त से आमतौर पर शॉर्ट कवरिंग का अंदाजा लगाया जाता है। ओपन इंटरेस्ट फ्यूचर परसेंटेंज के आधार पर पिछले कारोबारी दिन 48 शेयरों में सबसे ज्यादा शॉर्ट कवरिंग देखने को मिली।

हाई डिलिवरी वाले स्टॉक्स

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यहां वे स्टॉक दिए गए हैं जिनमें सबसे ज्यादा डिलीवरी आधारित ट्रेड देखने को मिला है। डिलीवरी की बड़ी हिस्सेदारी स्टॉक में निवेशकों (ट्रेडिंग के विपरीत) की रुचि को दर्शाता है।

पुट कॉल रेशियो

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सेंटिमेंट इंडीकेट निफ्टी पुट-कॉल रेशियो (PCR) 19 जून को मामूली गिरावट के साथ 1.10 पर रहा जो पिछले कारोबारी दिन 1.26 के स्तर पर था। 0.7 से ऊपर या 1 को पार पीसीआर का जाना आम तौर पर तेजी की भावना का संकेत माना जाता है। जबकि 0.7 से नीचे या 0.5 की ओर गिरने वाला अनुपात मंदी की भावना का संकेत होता है।

F&O बैन के अंतर्गत आने वाले स्टॉक

F&O सेगमेंट के अंतर्गत प्रतिबंधित प्रतिभूतियों में वे कंपनियां शामिल होती हैं, जिनके डेरिवेटिव अनुबंध मार्केट वाइड पोजीशन लिमिट के 95 फीसदी से ज्यादा हो जाती हैं।

एफएंडओ प्रतिबंध में नए शामिल किए गए स्टॉक: चंबल फर्टिलाइजर्स एंड केमिकल्स, हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स, इंडस टावर्स

एफएंडओ प्रतिबंध में पहले से शामिल स्टॉक: बलरामपुर चीनी मिल्स, हिंदुस्तान कॉपर, इंडिया सीमेंट्स, पीरामल एंटरप्राइजेज, सेल

एफएंडओ प्रतिबंध से हटाए गए स्टॉक: जीएनएफसी, सन टीवी नेटवर्क

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